Haridwar jail Ramleela: हरिद्वार की रोशनाबाद जेल से रामलीला मंचन के दौरान दो कैदी फरार हो गए हैं। शुक्रवार रात को ये दोनों कैदी वानर सेना में हिस्सा ले रहे थे, जब माता सीता की खोज का दृश्य चल रहा था।
इसी दौरान, मौका पाकर दोनों कैदी निर्माणाधीन हाई-सिक्योरिटी बैरक के पास पहुंचे और वहां रखी सीढ़ी का उपयोग कर 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर भाग निकले। जेल प्रशासन को इस घटना की जानकारी तब मिली जब कैदियों की गिनती की गई।
तुरंत तलाशी अभियान शुरू किया गया, लेकिन रातभर की खोज के बावजूद फरार कैदियों का कोई सुराग नहीं मिला। रोशनाबाद जेल लगभग 8 से 10 एकड़ में फैली है और यहां करीब 1400 कैदी बंद हैं।
ये हैं कैदियों के नाम
फरार हुए कैदियों की पहचान उत्तराखंड के रुड़की निवासी पंकज और उत्तर प्रदेश के गोंडा निवासी राजकुमार के रूप में की गई है। पंकज हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था और बाल्मीकी ग्रुप से भी जुड़ा हुआ है।
वहीं, राजकुमार अपहरण के एक मामले में विचाराधीन कैदी था। दोनों कैदियों के भागने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है, और उनकी तलाश के लिए पुलिस ने व्यापक अभियान शुरू कर दिया है।
सीसीटीवी खंगालने पर नहीं मिला सुराग
जेल प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रामलीला खत्म होने के बाद कैदियों की गिनती की जा रही थी, तभी दो कैदी कम पाए गए। तुरंत ही जेल के भीतर उनकी खोज शुरू की गई।
देर रात तक जेल प्रशासन अपने स्तर पर कैदियों की तलाश में जुटा रहा और जेल में लगे CCTV फुटेज खंगाले गए। हालांकि, फुटेज में भी कैदियों का कोई सुराग नहीं मिला। अंततः पुलिस को सूचित किया गया और अब दोनों फरार कैदियों की खोज के लिए व्यापक छानबीन की जा रही है।
कर्मचारी थे रामलीला देखने में व्यस्त
जानकारी के अनुसार जब दोनों कैदी फरार हुए, तब जेल प्रशासन के कर्मचारी रामलीला देखने में व्यस्त थे। इसका फायदा उठाते हुए, दोनों ने सीढ़ी का इस्तेमाल कर जेल की दीवार फांद ली और भाग निकले।
हरिद्वार पुलिस और जेल प्रशासन ने रातभर उनकी तलाश जारी रखी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बताया जा रहा है कि दोनों कैदियों की गतिविधियां कई दिनों से संदिग्ध लग रही थीं और वे काफी समय से फरार होने की योजना बना रहे थे।
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डीएम ने दी जानकारी (Haridwar jail Ramleela)
हरिद्वार के डीएम कर्मेंद्र सिंह और एसएसपी परमेंद्र डोभाल ने जेल का निरीक्षण किया और कैदियों के फरार होने पर कड़ी नाराजगी जताई। डीएम ने इस घटना को जेल प्रशासन की गंभीर लापरवाही करार दिया।
उन्होंने कहा कि इस मामले की विभागीय और मजिस्ट्रेट जांच कराई जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कैदी जेल परिसर से कैसे फरार हुए और इसमें किसकी गलती थी।
पिछले 4 सालों से हो रही रामलीला (Haridwar jail Ramleela)
हरिद्वार जेल में पिछले 4 साल से रामलीला का आयोजन हो रहा है, जिसमें अभिनय करने वाले सभी कलाकार जेल के कैदी होते हैं। जेल प्रशासन कैदियों को रामलीला के मंचन के लिए विशेष रूप से रिहर्सल करवाता है।
यह रामलीला नवरात्रि के अवसर पर आयोजित की जाती है और करीब 10 दिनों तक चलती है। कैदियों को इस सांस्कृतिक आयोजन में भाग लेने का मौका मिलता है।