President Muizz Visit in India: जैसा आप जानतें हैं कि पिछले कुछ समय से भारत और मालदीव के बीच रिश्ते कुछ ठीक नहीं रहें हैं। हालाँकि अब दोनों देश आपसी रिश्तों में खटास काम करने की कोशिश कर रहें हैं।
बता दें मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू इस समय भारत दौरे पर हैं। भारत के विदेश मंत्री जयशंकर से मुइज्जू पहले ही मुलाकात कर चुकें हैं। लेकिन आज राष्ट्रपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की है।
भारत दौरे का उद्देश्य बीते हुई कड़वी बातों को भुलाकर रिश्तों को आगे बढ़ाना है। भारत पहुँचने पर राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि उनका देश भारत की सुरक्षा को कमजोर करने वाला कोई काम नहीं करेगा और नई दिल्ली को एक कीमती साझेदार और दोस्त मानता है और रक्षा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग हमेशा प्राथमिकता रहेगा.
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का स्वागत किया। दोनों नेता यहां बैठक कर रहे हैं।
(वीडियो: डीडी न्यूज) pic.twitter.com/8YoEUtbxkz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 7, 2024
मालदीव में RuPay कार्ड की सुविधा शुरू
मालदीव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की बैठक के दौरान एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत हुई, जब RuPay कार्ड के जरिए पहला लेनदेन सफलतापूर्वक किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि कुछ दिन पहले ही मालदीव में RuPay कार्ड की सुविधा शुरू की गई है, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और मजबूत करेगी। उन्होंने इसे भारत-मालदीव संबंधों में एक नया अध्याय बताते हुए कहा कि इससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि RuPay के बाद, जल्द ही UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) को भी मालदीव से जोड़ा जाएगा, जिससे दोनों देशों के नागरिकों को डिजिटल भुगतान में सहूलियत होगी।
इस पहल से भारत और मालदीव के बीच वित्तीय संपर्क और गहरा होगा और व्यापारिक लेनदेन में भी पारदर्शिता आएगी। प्रधानमंत्री ने इसे द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई देने वाला कदम बताया।
पड़ोसी देश से हैं उम्मीदें
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की हालिया टिप्पणी इस वजह (india maldives relations) से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्हें चीन का समर्थक माना जाता है। अपने चुनाव अभियान के दौरान उन्होंने “इंडिया आउट” अभियान पर जोर दिया था।
लेकिन वर्तमान में मालदीव गंभीर आर्थिक संकट से गुजर (President Muizz Visit in India) रहा है और उस पर भारी कर्ज का बोझ है। इस परिस्थिति में भारत की भूमिका और भी अहम हो जाती है, क्योंकि मालदीव को अपने पड़ोसी देश भारत से बड़ी उम्मीदें हैं।
भारत ने पहले भी मुश्किल समय में मालदीव की मदद की है, इसलिए मुइज्जू की भारत यात्रा का उद्देश्य आर्थिक सहयोग को बढ़ाना हो सकता है। मालदीव को भारत से वित्तीय सहायता की उम्मीद है, ताकि वह अपने आर्थिक संकट से उबर सके और कर्ज के दबाव को कम कर सके।
ऐसे में, मुइज्जू की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को नई दिशा देने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
ये भी पढ़ें: उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देश: इस शहर में 2 महीने शराब मांस की बिक्री पर रोक, जानें क्यों लिया फैसला
क्या हुआ था विवाद ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद, वहां के पर्यटन (President Muizz Visit in India) को बढ़ावा मिला और गूगल पर लक्षद्वीप को सर्च करने वालों की संख्या अचानक बढ़ गई। इसके साथ ही, सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप की सुंदर तस्वीरें तेजी से वायरल होने लगीं।
लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई कि जब भारत में इतनी खूबसूरत जगहें हैं, तो छुट्टियां मनाने के लिए विदेश जाने की क्या ज़रूरत है? कई लोग मालदीव की बजाय लक्षद्वीप घूमने की सलाह देने लगे। इस पर मालदीव के एक मंत्री ने आपत्ति जताते हुए टिप्पणी की, जिसके जवाब में भारत ने भी सख्त प्रतिक्रिया दी।
इसके बाद, मालदीव की सरकार (maldives president) ने स्थिति को संभालने के लिए अपने तीन मंत्रियों को पद से हटा दिया है। अब यह मुद्दा दोनों देशों के बीच पर्यटन से जुड़ी नीतियों को लेकर एक नई बहस का कारण बन गया है। इससे लक्षद्वीप की लोकप्रियता और भी बढ़ गई है।