उज्जैन। जिले में भगवान महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को अब महाकाल लोक देखने के लिए शुल्क चुकाना पड़ सकता है। रविवार को होने वाली प्रबंध समिति की बैठक में इस पर निर्णय होने के आसार है। महालोक में प्रवेश के लिए समय सीमा तय करने पर भी विचार किया जा रहा है।
बता दें कि 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल-महालोक का शुभारंभ किया था। इसके बाद से रोजाना हजारों भक्त महाकाल लोक देखने आते हैं।
विधायक पारस जैन ने दिया बयान
श्री महाकालेश्वर मंदिर को लेकर विधायक पारस जैन का बड़ा बयान दिया है। विधायक व सांसद ने कहा श्री महाकाल लोक में शुल्क लेकर दर्शन करवाने पर विचार चल रहा है। साथ ही उज्जैन वासियों को जुलाई माह से अलग मिलेगा प्रवेश द्वार से प्रवेश करते वक्त दिखाना होगा आधार कार्ड या अन्य आईडी।
सांसद बताया शुल्क लेने की समयसीमा क्या रहेगी
बाबा महाकाल का धाम लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का खास केंद्र है। हर रोज बड़ी संख्या में भक्त बाबा के दर्शन को मंदिर पहुंचते हैं। बीते साल 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्री महाकाल लोक का लोकार्पण किया गया था। इसके बाद से भक्तो की संख्या में बढ़ोतरी भी हुई है ।
श्री महाकाल लोक में लगी प्रतिमाएं व अन्य मूर्तिया वाल पर उकेरी कलाकृति बनाई गई कंपनी के 5 साल तक के मेंटेनेंस में है। लेकिन अब उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया का एक बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि श्री महाकाल लोक में शाम 04:00 से रात 12:00 तक दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं से नॉमिनल शुल्क लेने पर विचार किया जा रहा है। जिससे श्री महाकाल लोक का मेंटेनेंस बना रहे। वहीं विधायक सांसद ने उज्जैन वासियों के लिए कहा जुलाई माह से उज्जैन वासियों अलग प्रवेश द्वार से मंदिर में निशुल्क दर्शन कर सकेंगे।