पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद इसी साल के अंत में गुजरात में विधानसभा के चुनाव होने है। पांचों राज्यों में वैसे तो कांग्रेस को करारी हार मिली लेकिन अब शायद कांग्रेस को संजीवनी मिलने जा रही है। यूपी चुनाव के बाद पीएम मोदी ने गुजरात में रोडशो कर चुनावी अभियान की शुरूआत कर दी है। तो वही कांग्रेस ने भी इस बार अपनी कमर कंस ली है। साल 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 182 सीटों में से 77 सीटों पर कब्जा जमाया था लेकिन सरकार नही बना पाई थी। लेकिन इसबार कांग्रेस अपना वनवास खत्म करने के लिए आखिरी दांव लगा रही है।
दरअसल, गुजरात में इस बार आम आदमी पार्टी अपना दमभर रही है। ऐसे में आप से कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। ऐसे में कांग्रेस की नजरे दो दिग्गज राजनैतिक खिलाड़ियों पर टिकी है जिनमें से एक है पाटीदार नेता नरेश पटले और दूसरे है चुनावी रणनीतिकार-प्रशांत किशोर। खबर है कि गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले पटेलों के नेता नरेश पटेल कांग्रेस में जा सकते है। तो वही गुजरात में कांग्रेस की चुनावी रणनीति का जिम्मा प्रशांत किशोर को सौंपा जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस में कुछ नेता प्रशांत किशोर के खिलाफ है लेकिन कुछ नेताओं का मानना है कि पटेल और किशोर के बीच अच्छी जुगलबंदी है प्रशांत किशोर चाहते हैं कि नरेश पटेल को मुख्यमंत्री का चेहरा प्रोजेक्ट करे तो वही पटेल चाहते है कि किशोर पार्टी की चुनावी जिम्मेदारी संभाले। गुजरात कांग्रेस के उपाध्यक्ष हेमंग वासवदा दावा कर चुके हैं कि नरेश पटेल जल्द ही कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे।
कौन हैं नरेश पटेल ?
नरेश पटेल उद्योगपति है। वह खोडलधाम ट्रस्ट के चेयरमैन हैं, खोडियार माता को लेउआ पटेलों का संरक्षक माना जाता है। नरेश पटेल का सौराष्ट्र और मध्य गुजरात में काफी अच्छा प्रभाव माना जाता है। ऐसे में गुजरात में पाटीदारों की जनसख्या करीब 1.5 करोड़ से अधिक है कांग्रेस के रणनीतिकारों के दिमाग में नरेश पटले है। कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों में नरेश पटले पर दांव लगा सकती है। नरेश पटेल को सीएम भूपेंद्र पटेल बीजेपी में आने की सलाह भी दे चुके है।