नई दिल्ली: त्योहारी सीजन के बाद आलू के भाव ( Potato Price ) में और भी ज्यादा बढ़ोतरी हो गई है। लेकिन इस कारण आम आदमी की रसोई का बजट बिगड़ गया है। कई शहरों में आलू 50 रुपये किलो बिक रहा है लेकिन अब बहुत जल्द ही आसमान छू रही कीमतों में राहत मिलने की उम्मीद है। देशभर के कई राज्य मध्यप्रदेश, पंश्चिम बंगाल, दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश में 45 से 50 रुपये किलो के बीच आलू बिक रहा है।
हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि आलू की कीमतों में जल्द ही गिरावट आएगी। हाल ही में पश्चिम बंगाल सरकार ने नोटिस जारी किया था जिसमें 465 कोल्ड स्टोरेज मालिकों को 30 नवंबर तक अपने बचे स्टॉक का निपटान करने को कहा था, वरना उनके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी। सरकार के इस नोटिस के बाद कोल्ड स्टोरेज मालिकों में दहशत का माहौल है। वहीं एक अधिकारी का कहना है कि इस नोटिस के बाद पिछले तीन दिनों में आलू की कीमतों में कोल्ड स्टोरेज गेट पर 5 रुपये प्रति किलोग्राम की कमी आई और आगे भी गिरावट की उम्मीद है।
इससे स्थानीय बाजारों में आलू के खुदरा दाम 40 रुपये किलो से नीचे जाने में मदद मिलेगी। सात दिसंबर तक लगभग 50 फीसदी कोल्ड स्टोरेज अपने स्टॉक खाली कर सकेंगे, जबकि बाकी में यह दिसंबर मध्य तक खाली होंगे। अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में लगभग 6-8 लाख टन (10 प्रतिशत) आलू अभी भी कोल्ड स्टोरेज में पड़ा हुआ है और उन्हें आलू मालिकों के साथ तालमेल बनाते हुए स्टॉक को खाली करने में कुछ और समय लगेगा।
किसान आंदोलन का असर
किसानों के आंदोलन का बड़ा असर भी आलू पर दिखाई दे रहा है। केंद्र सरकार ने आलू की इम्पोर्ट ड्यूटी पर 10 लाख टन पर 10 फीसदी का कोटा तय किया है। सरकार ने इस कोटे को 31 जनवरी 2021 तक के लिए लागू किया है। फिलहाल औसत दाम 32 रुपए के आसपास है। सरकार के इस कदम से आगामी दिनों में आलू के भाव काबू में रहने की संभावना है। वहीं मंडियों जनवरी से आलू की नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी। पंजाब से आलू की आवक शुरू हो गयी है हालांकि, इसकी मात्रा बहुत कम है।