SDM Poster: जबलपुर में SDM पंकज मिश्रा के खिलाफ लग रहे पोस्टर चर्चा में बने हुए हैं। इनमें उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पोस्टर में गोरखपुर तहसील को भ्रष्टाचार में नंबर एक का तमगा दिया गया है। SDM पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाते हुए गोरखपुर तहसील को भ्रष्टाचारियों का अड्डा बताया है।
क्या पोस्टर के जरिए विरोध कर रहा कोई पीड़ित
पोस्टर में सबसे पहले टेबल के नीचे से रिश्वत लेते हुए एक व्यक्ति दिखाया गया है। उसके बाद पोस्टर में भ्रष्टाचार में नंबर एक का तमगा गोरखपुर तहसील को दिया गया है। इसके नीचे एसडीएम गोरखपुर जबलपुर के आगे लाल रंग से ईमानदार और काले अक्षरों से रिश्वतखोर/चोर लिखा हुआ है। आखिर में सौजन्य से प्रताड़ित जनमानस लिखा है।
पोस्टर लगाने वाले का पता नहीं !
SDM पंकज मिश्रा का कहना है कि उन्हें इन पोस्टरों की जानकारी तो है, लेकिन ये पोस्टर कौन लगा रहा है और उसकी क्या समस्या है ये अब तक सामने नहीं आया है। एसडीएम मिश्रा ने ये शक भी जताया है कि कोई गैरकानूनी कारोबार करने वाला व्यक्ति भी ऐसा काम कर सकता है।
गोरखपुर तहसील पर उठे सवाल
लंबे वक्त से गोरखपुर तहसील की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। लोकायुक्त ने 2 बाबू करो रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ा था। तहसीलदार का लिपिक रिश्वतखोरी में शामिल था और प्रार्थी के मुताबिक उसे तहसीलदार ने ही लिपिक से मिलने को कहा था। कयास लगाए जा रहे हैं कि तहसील कार्यालय से प्रताड़ित किसी व्यक्ति का पोस्टर लगाने में हाथ हो सकता है।
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कलेक्टर बोले- छवि धूमिल करने की कोशिश
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति को भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत करनी है तो वो मुझसे भी कर सकते हैं। ऐसे पोस्टर लगाकर अधिकारी की छवि को धूमिल करने की कोशिश लग रही है। अक्सर किसी व्यक्ति के मन का काम नहीं होने पर अधिकारी की छवि धूमिल करने के लिए ऐसे काम किए जाते हैं।