रायपुर। कांग्रेस का सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब और राजस्थान के बाद सत्ता पलटने की चर्चाओं की बीच छत्तीसगढ़ में भी राजनीति गर्मायी हुई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh baghel) ने कहा कि मैंने राहुल गांधी जी को बतौर मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के लिए आमंत्रित किया है। छत्तीसगढ़ में क्या अब तक कांग्रेस के कार्यकाल में क्या-क्या विकास हुआ है उन विकास कार्यों को देखेंगे। ढाई-ढाई साल सीएम बदलने की बात पर बघेल ने कहा कि राज्य प्रभारी पीएल पूनिया पहले ही साफ कर चुके हैं। सीएम बघेल ने कहा कि मैंने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से छत्तीसगढ़ आने का उनसे अनुरोध किया तो उन्होंने निमंत्रण को सहर्ष ही स्वीकार कर लिया, वह अगले हफ्ते छत्तीसगढ़ आएंगे। वहीं दूसरी और प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने स्पष्ट किया कि बैठक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई बात नहीं हुई। सीएम बघेल ने कहा कि राहुल गांधी से छत्तीसगढ़ के विकास पर बात हुई। सीएम बघेल ने एक बयान दिया कि राहुल गांधी और सोनिया जी जब कहेंगे मुख्यमंत्री पद छोड़ दूंगा।
सिंहदेव के समर्थकों ने खोला मोर्चा
टीएस सिंहदेव ने भी पिछले दिनों कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करने गए थे। बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री टीएस सिंहदेव के समर्थक सरकार बनने के बाद से ही ये कहते रहे हैं कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पर सहमति बनी है लेकिन सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh baghel) इससे इनकार करते रहें हैं।अब सिंहदेव के समर्थकों ने इसके लिए मोर्चा खोल दिया है। मीडिया में पहले ही चर्चा थी कि सीएम बघेल राहुल गांधी से मुलाकात करने जा रहे हैं तो शायद सत्ता में परिवर्तन होने की उम्मीद है । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीएम पद के दावेदार टीएस सिंहदेव के उस बयान पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी जिसमें उन्होंने कहा था कि टीम का हर सदस्य कप्तान बनना चाहता है। कांग्रेस सरकार के आठ मंत्री और करीब 50 विधायक दिल्ली पहुंचे हैं। बघेल गुट के विधायक सूबे की सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के खिलाफ हैं। बघेल गुट के कई विधायकों ने भी दिल्ली में डेरा डाल रखा है। दर्जनभर विधायकों ने बीती देर रात कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात की। समर्थक विधायकों ने बघेल के बदले जाने का विरोध किया।
सत्ता बदलते ही बिखराव
बघेल गुट ने राजस्थान और पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा है कि अगर सरकार में नेतृत्व परिवर्तन होता है तब छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी इन राज्यों की तरह बिखराव हो सकता है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी बैठक के बीच पहुंचीं। करीब एक घंटे तक प्रियंका बैठक में मौजूद थीं। राहुल और बघेल की जिस वक्त बैठक चल रही थी, उस वक्त राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दिल्ली में ही मौजूद थे। वहीं सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार सुरक्षित है। उनके साथ 70 विधायक हैं। जब सीएम बघेल (CM Bhupesh Baghel) दिल्ली जा रहे थे तो उन्होंने कहा था कि मैं कोरोनाकाल के बाद पहली बार दिल्ली जा रहा हूं। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मुझे बुलाया है, इसलिए दिल्ली जा रहा हूं। वहीं राहुल गांधी से भी मुलाकात होगी। सीएम बघेल ने कहा कि अपने नेता से मिलने में कोई बुराई तो नहीं है।