लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अयोध्या में रामलला के दर्शन करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने यह भी आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी (सपा) के पदाधिकारियों ने गैरकानूनी गतिविधियां शुरू कर दी हैं।
मुख्यमंत्री ने यहां लोध समाज के सम्मेलन में कहा ‘जिन दिल्ली वालों ने उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को अपने यहां से खदेड़ दिया, वह आज यहां के लोगों को मुफ्त में चीजें देने की बात कर रहे हैं। लॉकडाउन के समय जब उनके पास अवसर था तब उन्होंने उत्तर प्रदेश के लोगों को अपने यहां से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उनसे यह कहने की जरूरत है कि दिल्ली जैसा छोटा राज्य नहीं संभाल सकते, वे अब चुनाव के समय उत्तर प्रदेश पर नजरें गड़ाए हुए हैं।’
योगी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा ‘पूर्व में जो लोग भगवान राम के प्रति अपशब्दों का इस्तेमाल करते थे, अब वे समझ गए हैं कि राम के बिना सफलता नहीं मिल सकती इसीलिए वे अयोध्या में राम जन्मभूमि के दर्शन करने आ रहे हैं। यह अच्छी बात है, कम से कम उन्होंने राम के अस्तित्व और महत्व को स्वीकार तो किया।’
गौरतलब है कि केजरीवाल ने मंगलवार सुबह अयोध्या में राम जन्मभूमि और हनुमान गढ़ी मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि उनकी सरकार दिल्ली वासियों को अपनी तीर्थ यात्रा योजना के तहत अयोध्या के भी मुफ्त दर्शन कराएगी। योगी ने अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष का कोई भी ऐसा नेता नहीं था जिसने छह दिसंबर 1992 को तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को बुरा भला ना कहा हो। लेकिन कल्याण सिंह मजबूती से डटे रहे और जिम्मेदारी ली।
समाजवादी पार्टी द्वारा जगह-जगह अपने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर के साथ ‘मैं आ रहा हूं’ लिखे होर्डिंग लगाए जाने के बारे में योगी ने दावा किया कि इसके फौरन बाद सपा के एक पदाधिकारी ने औरैया में आठ लोगों का अपहरण कर उनसे रंगदारी वसूली शुरू कर दी। मुख्यमंत्री ने कहा ‘लोग पूछ रहे हैं कि क्या मैं आ रहा हूं, का मतलब अपहरण, गुंडागर्दी, लूट और अराजकता है। लेकिन ऐसा नहीं होगा क्योंकि यह राज्य अब बदल चुका है।’
योगी ने सपा पर हमला करते हुए कहा ‘हमने सबसे पहले किसानों का कर्ज माफ किया लेकिन सपा ने 2012 में अपनी सरकार बनने के बाद क्या किया था। सबसे पहले उसने राम जन्मभूमि पर आतंकवादी हमला करने वाले लोगों और फिर कोसीकला दंगों के आरोपियों के मुकदमे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की थी।’
उन्होंने कहा ‘सपा के शासनकाल में हर तीसरे दिन एक दंगा होता था। सपा के साथ यह पहचान जुड़ गई है। इन राजनीतिक दलों के चरित्र को समझने की आवश्यकता है।’ योगी ने विपक्ष पर संकीर्ण मानसिकता के साथ सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्ष 2017 से पहले इन लोगों के लिए न तो समाज और ना ही देश मायने रखता था और वे देश की कीमत पर राजनीति करते थे। उन्होंने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पार्टी ने सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाया और त्योहारों के समय उपद्रवियों और दंगाइयों को प्रोत्साहित करके कर्फ्यू लगवाया।
वर्ष 2017 से पहले यही होता था और समाज का हर वर्ग त्रस्त था। पहले इफ्तार पार्टी आयोजित करने की होड़ रहती थी और त्योहारों से पहले कर्फ्यू लागू कर दिया जाता था। योगी ने दावा किया कि कोविड-19 महामारी के दौरान केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारें तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही लोगों की मदद कर रहे थे जबकि बाकी पार्टियों के नेता या तो सो रहे थे या फिर अपने घर में पृथकवास पर चले गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने देश पर सबसे ज्यादा समय तक शासन किया, लिहाजा देश में गरीबी के मुद्दे पर इस पार्टी से सवाल पूछा जाना चाहिए। सपा और बसपा से भी प्रश्न किया जाना चाहिए कि उन्होंने अपने-अपने शासनकाल में क्या काम किए।