जबलपुर। प्रदेश के जबलपुर जिले में खाकी वर्दी को बदनाम करने वाली एक खबर सामने आई है। यहां एक दरोगा महिला के घर में आपत्तिजनक स्थिति में पाया गया। लोगों ने जब दरोगा को देखा तो उसे पकड़ने के लिए झपटे। दरोगा मौके से बिना पेंट पहने ही छत की तरफ से भागने की कोशिश करने लगा। हालांकि लोगों ने दरोगा को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों का आरोप है कि दरोगा जिस महिला के यहां आपत्तिजनक स्थिति में मिला था, वे महिलाएं देहव्यापार में लिप्त हैं। इसी के साथ दरोगा भी इसी काम में लिप्त है।
यह है पूरा मामला
दरअसल मामला ग्वारीघाट के चौधरी मोहल्ले का है। यहां रहने वाले लोगों को इसी कॉलोनी में रहने वाली महिला पर देहव्यापार का शक था। मोहल्लेवालों का कहना है कि यहां आय दिन पुलिस सहित अन्य लोगों का आना-जाना है। यहां रोजाना लोग शराब पीकर हंगामा करते हैं। कई दिनों से यहां के रहवासी परेशान थे। रविवार रात यहां रहवासियों का सब्र का बांध टूटा और महिला के घर में धावा बोल दिया। जैसे ही लोग अंदर घुसे तो यहां दो लोग आपत्तिजनत स्थिति में मिले। लोगों को देखकर ये लोग भागने का प्रयास करने लगे। इनमें से एक व्यक्ति पेंट को आधा पहने ही छत के रास्ते भागने का प्रयास करने लगा। हालांकि लोगों ने दोनों को पकड़ लिया।
ऐसे हुए दरोगा का खुलासा
दरअसल लोगों ने यहां दो लोगों को पकड़ा, जिनमें एसआई गोविंद तिवारी और जीतू शर्मा नाम के दो लोग थे। गोविंद तिवारी की कार एमपी 20 सीबी 4261 भी गली के बाहर खड़ी मिली। कार में तिवारी की वर्दी रखी थी। भागते वक्त गोबिंद की कैप भी महिला के घर में रह गई। एएसपी साउथ गोपाल खांडेल के मुताबिक मौके पर कैंट सीएसपी भावना मरावी भी पहुंची थीं। इस मामले की जांच उनकी सौंपी गई है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। बता दें कि गोबिंद पर पहले भी धोखाधड़ी और अय्याशी के आरोप लगते रहे हैं।