फिरोजपुर रैली में भाग लेने जा रहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब आए थे। यह पहली बार था जब कृषि कानून वापस लेने के बाद वो पंजाब आए थे ऐसे में उनके कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे भाजपा के कार्यकर्ताओं को रास्ते में ही रोक लिया गया। अमृतसर से निकले भाजपा के काफिले को तरनतारन जिले के पास सरहाली गांव में किसानों ने रोक दिया। किसानों ने जगह-जगह अपने ट्रैक्टर ट्रॉली को लगाकर रास्तों को जाम किए रखा इसी वजह से कार्यकर्ताओं के काफिले दोपहर 2 बजे तक भी फिरोजपुर नहीं पंहुच पाएं। भाजपाइयों ने इसका दोष सिधे-सिधे पंजाब की कांग्रेस सरकार पर मढ़ दिया उन्होंने यह आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के इशारे पर पुलिस भी उनके रास्तों में रुकावट बन रही है।
आपको बता दें कि भाजपा के काफिले और किसानों के बीच जमकर बहसबाजी हुई लेकिन किसानों ने भाजपा के काफिले को आगे नहीं बढ़ने दिया। भाजपा एससी मोर्चा के अमृतसर जिला इकाई के प्रधान संजीव कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रैली में भाग लेने के लिए वह सुबह 25 बसों का काफिला लेकर फिरोजपुर के तरफ रवाना हुएपर सरहाली में उन्हें किसान यूनियन के कुछ लोगों ने उनके काफिले को रोक दिया जिसे लेकर किसानों और बीजेपी वर्करों में खूब बहस हुई।
रैली का विरोध करने वाले किसान नहीं
संजीव कुमार का कहना है कि जब उनका काफिला फिरोजपुर की तरफ बढ़ ही रहा था कि रास्ते में कुछ लोगों ने हाईवे पर ट्रैक्टर लगाकर उसे ब्लॉक कर दिया था। बसों में सवार भाजपा कार्यकर्ता जब नीचे उतर ही रहें थे तब कुछ शरारती तत्वों ने गांव से सभी ग्रमिणों को बुलाकर बहस और मारपीट भी करने लगें। वो खुद को किसान बता रहें थे और वे यह भी कह रहें थे कि पंजाब में भाजपा को कोई भी गतिविधि नहीं करने देंगे।
संजीव कुमार ने यह भी कहा कि मोदी की रैली का विरोध करने वाले किसान नहीं हो सकते वे पंजाब की कांग्रेस सरकार के एजेंट हैं और इनका बस एक ही मकसद है कि कैसे भी पंजाब में अशांती फैलाकर यहां के माहौल को खराब किया जाए। मामले को बिगड़ते देख मौके पर पुलिस बल भी पहुंच गई और मामले को शांत करवाया।