Kolkata Metro Under River Tunnel: जिसका इंतजार था वह दिन आ ही गया। कोलकाता के लोग काफी वक्त से नदी के नीचे चलने वाली मेट्रो ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। अब रेलवे ने इन उन सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि कोलकाता में नदी के नीचे बनी देश की पहली मेट्रो सुरंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह मार्च को करेंगे।
कोलकाता मेट्रो है देश की पहली मेट्रो
वैष्णव ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि कोलकाता मेट्रो का काम 1970 के दशक में शुरू हुआ था, लेकिन मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में हुई प्रगति उससे पहले के 40 वर्षों की तुलना में कहीं अधिक है।
रेल मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री का ध्यान बुनियादी ढांचा बढ़ाने और देश के लिए नींव तैयार करने पर है, जो 2047 तक एक विकसित राष्ट्र होगा।” कोलकाता मेट्रो (Kolkata Metro Under River Tunnel) का काम कई चरणों में आगे बढ़ा है। मौजूदा चरण में शहर के पूर्व-पश्चिम मेट्रो गलियारे के लिए नदी के नीचे सुरंग बनाई गई है।
हावड़ा को एस्प्लेनेड स्टेशन से जोड़ेगी
हुबली नदी के 33 मीटर नीचे बनाई यह सुरंग इंजीनियरिंग का बेहतर नमूना है। सुरंग की लंबाई लगभग 16.5 किलोमीटर है। इसमें 10.8 किलोमीटर का हिस्सा नदी तल से नीचे बना है। शेष 5.75 किमी प्राजेक्ट जमीन के ऊपर तैयार हुआ है।
8475 करोड़ की लागत से तैयार यह परियोजना कोलकाता मेट्रो की नॉर्थ-साउथ लाइन के एस्प्लेनेड स्टेशन को हावड़ा और सियालदह रेलवे स्टेशनों को जोड़ेगी।
लंबे समय का सपना साकार होगा
कोलकाता मेट्रो रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने आजतक को बताया कि यह कोलकाता के लोगों के लिए पीएम मोदी की ओर से एक गिफ्ट है।
इस उद्घाटन के साथ एक लंबे समय का सपना साकार होने जा रहा है।
पानी रोकने के किए गए पुख्ता बंदोबस्त
सुरंग में पानी के प्रवाह और रिसाव को रोकने के लिए कई सुरक्षात्मक उपाय किए गए हैं। इसके लिए इन खंडों में फ्लाई ऐश और माइक्रो सिलिका से बनी कंक्रीट का इस्तेमाल किया गया।