नई दिल्ली। खराब मौसम की वजह से पीएम मोदी उत्तर प्रदेश के बिजनौर नहीं जा पाए, लेकिन वर्चअली जन चौपाल रैली को संबोधित कर रहे हैं।
मांगी माफी
पीएम ने कहा कि सबसे पहले मैं आपसे माफी मांगना चाहता हूं। क्योंकि चुनाव आयोग द्वारा कुछ ढील देने के बाद आज मैंने सोचा था कि व्यक्तिगत रूप से बिजनौर आकर अपने अभियान की शुरुआत करूं, लेकिन मौसम खराब होने के कारण मेरा हेलीकॉप्टर नहीं जा सका और फिर एक बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आया हूं।
सपा पर साधा निशाना
पीएम ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में भी विकास की नदी का पानी ठहरा हुआ था। ये पानी नकली समाजवादियों के परिवार में, उनके करीबियों में ठहरा हुआ था। इन लोगों को सामान्य मानवीय की विकास की प्यास से, गरीबी से मुक्त होने की प्यास से कोई मतलब नहीं है।
ये लोग सिर्फ अपनी, अपने करीबियों की और अपनी तिजोरियों की प्यास बुझाते रहे। अपना स्वार्थ सोचने वाली ये प्यास विकास की नदी के हर बहाव को सोख लेती है। अपना घर भर लेने की ये प्यास गरीबों को घर नहीं देने देती थी। अपनी जेबे भर लेने की प्यास गरीब का राशन चट कर जाती थी
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को अपना परिवार मानती है। बीजेपी की सरकार में भाई-भतीजावाद और तुष्टीकरण की कोई जगह नहीं है। जब पीएम आवास योजना में घर मिलता है तो हर गरीब को घर मिलता है, उस समय उसकी जाति, उसका क्षेत्र नहीं देखा जाता
डबल इंजन की सरकार ने किया विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि करीब 500 किलो मी. का दिल्ली-लखनऊ इकोनॉमिक कॉरिडोर भी मुरादाबाद से होकर गुजरेगा। अलीगढ़-मुरादाबाद कॉरिडोर का काम भी तेजी से पूरा किया जा रहा है। डबल इंजन की भाजपा सरकार में मुरादाबाद-बरेली कॉरिडोर का काम भी पूरा होने जा रहा है।
पिछले 5 साल में मुख्यमंत्री योगी जी की सरकार का ये प्रयास रहा है कि उत्तर प्रदेश में विकास कुछ ही इलाकों तक सीमित ना रहे। इसी सोच के साथ हमारी सरकार मुरादाबाद, बिजनौर और अमरोहा जैसे शहरों में भी कनेक्टिविटी बढ़ा रही है।
हम चाहते हैं कि आने वाले 25 सालों में जब देश आजादी के 100 साल पूरे करे तब उत्तर प्रदेश विकास की सुनहरी गाथा के साथ अपना परचम लहराए। हमारी सरकार लगातार कोशिशों में जुटी है कि यहां के किसानों, उद्यमियों और व्यापारियों को हर संभव सहायता दी जाए।
पिछले 5 साल में गन्ना किसानों को 1.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान किया गया है। इतना तो पहले की दो सरकारों में मिलकर भी नहीं किया गया। पहले की सरकारों में गन्ने की पर्ची से लेकर गन्ना बकाए के भुगतान तक हर जगह नकली समाजवादियों का ही राज था: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी