लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी। प्रधानमंत्री ने लखनऊ में ‘न्यू अर्बन इंडिया थीम’ पर आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन-सह-एक्सपो में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के 75000 लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से आवास सौंपने के बाद अपने संबोधन में कहा ‘मुझे वह दिन भी याद आते हैं जब तमाम प्रयासों के बावजूद उत्तर प्रदेश घरों के निर्माण के मामले में आगे नहीं बढ़ रहा था। गरीबों के लिए घर बनाने का पैसा केंद्र सरकार दे रही थी, इसके बावजूद 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में जो सरकार थी वह गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी।’
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— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2021
उन्होंने आरोप लगाया कि 2017 से पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उत्तर प्रदेश के लिए 18 हजार घरों की स्वीकृति दी गई थी लेकिन जो सरकार यहां थी उसने गरीबों को 18 घर भी बनाकर नहीं दिए थे। पैसा था, घरों की स्वीकृति भी थी लेकिन तब जो लोग प्रदेश को चला रहे थे वे इसमें लगातार अड़ंगा डाल रहे थे। उनका यह कृत्य राज्य के लोग कभी नहीं भूल सकते।’
प्रधानमंत्री ने कहा ‘वर्ष 2017 के पहले और बाद के उत्तर प्रदेश का अंतर यहां के लोग अब जान गए होंगे। पहले उप्र में बिजली आती कम थी और जाती ज्यादा थी, और आती भी थी तो वहां, जहां नेता चाहते थे। बिजली सुविधा का नहीं बल्कि सियासत का टूल थी। अब बिजली सबको सब जगह एक समान मिल रही है। अब गांव की सड़क किसी सिफारिश की मोहताज नहीं है यानी शहरी विकास के लिए जिस इच्छाशक्ति की जरूरत है वह भी आज उप्र को मिल रही है। मुझे विश्वास है कि आज प्रदेश के जिन परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है वह योगी जी के नेतृत्व में तेजी से पूरी की जाएंगी।’
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि देश में अब तक जिन तीन करोड़ परिवारों को प्रधानमंत्री आवास मिले हैं उन्हें एक ही योजना से लखपति बनने का अवसर मिल गया है। ये गरीब परिवार लखपति बन चुके हैं। यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा ‘आप लोग सोचेंगे कि मैं इतना बड़ा दावा किस आधार पर कर रहा हूं। दरअसल प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देश में जो करीब तीन करोड़ घर बने हैं आप आज उनकी कीमत का अंदाजा लगा लीजिए… यह लोग अब लखपति हैं।’
गरीबों के लिए घर बनाने का पैसा केंद्र सरकार दे रही थी, इसके बावजूद योगी जी के आने से पहले यूपी में जो सरकार थी वो गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी। गरीबों के लिए घर बनवाने के लिए पहले जो यहां सरकार में थे हमें उनसे मिन्नतें करनी पड़ती थीं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/wHXXL3DJti
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 5, 2021
मोदी ने इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत चयनित 75 हजार लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से चाबी वितरण कर तीन लाभार्थी महिलाओं से वर्चुअली संवाद भी किया। प्रधानमंत्री ने इसके पूर्व कॉन्क्लेव-सह-एक्सपो में लगाई गई आधुनिक आवासीय तकनीकों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। यह कार्यक्रम केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया है।
प्रधानमंत्री ने स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत आगरा, अलीगढ़, बरेली, झांसी, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद एवं अयोध्या में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेन्ट सिस्टम एवं नगरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा अमृत मिशन के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न शहरों में उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा निर्मित पेयजल एवं सीवरेज की कुल 4,737 करोड़ रुपये की 75 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
उत्तर प्रदेश में पहले बिजली आती कम थी, जाती ज़्यादा थी और आती भी तो वहां जहां नेता चाहते थे। बिजली सुविधा नहीं, सियासत का टूल थी। सड़क सिर्फ तब बनती थी जब सिफारिश हो। अब बिजली सबको, सबजगह, एकसमान मिल रही है: प्रधानमंत्री pic.twitter.com/pCkbJXJCJp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 5, 2021
मोदी ने इसके अलावा, मोदी लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, प्रयागराज, गाजियाबाद और वाराणसी के लिए 75 स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी भी दिखाई। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर एडवांटेज स्मार्ट उत्तर प्रदेश कॉफी टेबल बुक का विमोचन तथा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ स्थित अटल बिहारी वाजपेई पीठ का लोकार्पण भी किया।