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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छठवीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में राज्यों के सीएम को संबोधित किया। इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने पीएलआई स्कीम (PLI Schemes) शुरू करने की जानकारी दी, साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यों को भी इस स्कीम का पूरा लाभ लेते हुए अपने यहां ज्यादा से ज्यादा निवेश को आकर्षित करने का प्रयास करें, इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि देश अब विकास का इंतजार नहीं कर सकता, मिलकर काम करने से सफलता मिलेगी।
केंद्र सरकार ने विभिन्न सेक्टर्स के लिए PLI schemes शुरू की हैं।
ये देश में मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाने का बेहतरीन अवसर है।
राज्यों को भी इस स्कीम का पूरा लाभ लेते हुए अपने यहां ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित करना चाहिए: PM
— PMO India (@PMOIndia) February 20, 2021
आइए जानते हैं क्या है PLI स्कीम
दरअसल, केंद्र सरकार ने देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए PLI स्कीम की शुरुआत की है। इस स्कीम के जरिए कंपनियों को भारत में अपनी यूनिट लगाने और एक्सपोर्ट करने पर विशेष रियायत के साथ-साथ वित्तीय सहायता भी दी जाती है।
क्या है सरकार की तैयारी
– देश में प्रोडक्शन करने वाली कंपनियों को अगले पांच साल में 1.46 लाख करोड़ रुपये का इंसेंटिव देगी। इस कारण से देश में प्रोडक्ट बनने से भारत का इंपोर्ट पर खर्च घट जाएगा। क्योंकि जब देश में सामान बनेगा तो रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
– PLI स्कीम के तहत विदेशी कंपनियों को भारत में फैक्ट्री लगाने के साथ-साथ घरेलू कंपनियों को प्लांट लगाने में भी मदद मिलेगी। बता दें कि यह 5 साल के लिए योजना है।
– इसमें कंपनियों को कैश इंसेंटिव मिलेगा। इस स्कीम का लाभ सभी उभरते सेक्टर जैसे कि ऑटोमोबाइल, नेटवर्किंग उत्पाद, खाद्य प्रसंस्करण, उन्नत रसायन विज्ञान, टेलिकॉम, फार्मा, और सोलर पीवी निर्माण आदि ले सकते हैं।