नई दिल्ली। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने वैश्विक उद्यम पूंजी कोष को दूसरे एवं तीसरे दर्जे के शहरों के स्टार्टअप पर खास ध्यान देने का आह्वान करते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्हें निवेश के लिए नए क्षेत्रों पर गौर करना चाहिए। वैश्विक उद्यम पूंजी (वीसी) कोषों के साथ एक गोलमेज बैठक की अध्यक्षता करते हुए गोयल ने कहा कि सरकार ने स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए पहले ही कई कदम उठाए हैं और भविष्य में भी वह ऐसा करती रहेगी। गोयल ने उद्यम पूंजी कोषों से निवेश, प्रोत्साहन एवं संरक्षण के लिए नए क्षेत्रों की तलाश करने के लिए न्योता देते हुए कहा कि इस तरह युवा भारतीय उद्यमियों के बनाए बौद्धिक संपदा उत्पादों का संरक्षण हो सकेगा।
इससे पूंजी प्रवाह की संभावनाएं भी मजबूत हो सकेंगी। भारत में इस समय 55 उद्योगों में करीब 61,000 स्टार्टअप काम कर रहे हैं और इनमें से दूसरे एवं तीसरे दर्जे के शहरों का अनुपात 45 फीसदी है। स्टार्टअप परिवेश के लिए सरकार ने 49 नियामकीय सुधारों को लागू किया है ताकि कारोबार सुगम हो और पूंजी जुटाना आसान हो एवं अनुपालन बोझ कम हो सके। उद्यम पूंजी कोषों के साथ यह गोलमेज बैठक स्टार्टअप इंडिया नवाचार सप्ताह के मौके पर आयोजित की गई। इसमें अमेरिका, जापान, कोरिया एवं सिंगापुर जैसे देशों के 75 से अधिक उद्यम पूंजी कोष निवेशकों ने शिरकत की। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक इस बैठक में शामिल वीसी फंड भारतीय बाजार में 30 अरब डॉलर से भी अधिक परिसंपत्ति का प्रबंधन कर रहे हैं। उद्यम पूंजी कोषों की तरफ से भी सरकार को कई सुझाव दिए गए।