नई दिल्ली। आपने अक्सर Pitra Pksha Importence of Crow 2021 देखा होगा पितृ पक्ष शुरू होते ही लोग कौओं को भोजन खिलाते नजर आने लगते हैं। कहते हैं पितरों की शांति के लिए ऐसा किया जाना जरूरी होता है पर आपको पता है कि ऐसा ही क्यों किया जाता है। इसके पीछे भी एक कहानी है। आइए जानते हैं क्या है इसके पीछे का कारण।
कागभषुन्ड को मिला है अमरत्व का वरदान
पंडित सनत कुमार खम्परिया के अनुसार कागभषुन्ड मार्कडेण्य मुनि के चेले थे। एक बार मुनि ने इन्हें कौओ की योनि प्राप्त करने का श्राप दिया था। जिसके बाद समुद्र मंथन के दौरान इसी रूप में इन्होंने अमृत ग्रहण कर दिया था। इसलिए पितृ पक्ष में गाय, कुत्ते के साथ—साथ कौओं को भी दान देने या भोजन कराने का महत्व है।
किसी भी लोक और योनि में, मिल जाता है पुण्य
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो कौए को अमरत्व प्राप्त होने के कारण ऐसा माना जाता है कि हमारे पितृ किसी भी लोक या किसी भी योनि में हों, कौओं को भोजन कराने से उन्हें इसका तर्पण हो जाता है। जिससे हमें इसका पुण्य मिल जाता है।
कौए ने देखा 27 बार प्रलय
कहते हैं कौआ अपनी मौत कभी नहीं भरता। कौआ ही एक मात्र ऐसा जीव है जिसनें अभी तक 27 प्रलय देखे हैं। कागभषुन्ड को कौए के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। कहते हैं इसे भोजन कराने से देव स्वर्ग लोक, पृथ्वी लोक किसी भी लोक में हों। उन्हें फल जरूर मिलता है।