नई दिल्ली। पितरों की शांति के लिए Pitru Paksha 2021 प्रतिवर्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष का शुरू होते हैं। इनकी शुरूआत भाद्रपद पूर्णिमा से होती है जो आश्विन मास की अमावस्या तक चलते हैं। पितृ पक्ष 16 दिनों के होते हैं।
इस पक्ष में अपने पितरों का स्मरण किया जाता है। इस दौरान पितरों की आत्म तृप्ति के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध कर्म किए जाएंगे। ऐसा कहा जाता है कि पितरों की आत्म तृप्ति से व्यक्ति पर पितृ दोष नहीं लगता है। इतना ही नहीं उस परिवार की उन्नति भी होती है। पितरों के आशीर्वाद से वंश वृद्धि होती है।
अगर आपको पितृ दोष है तो पितृ पक्ष में इसकी मुक्ति के उपाय भी कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि इस साल के पितृ पक्ष में श्राद्ध की महत्वपूर्ण तिथियां कौन-कौन सी हैं।
20 सितंबर से शुरू हैं पितृपक्ष
इस वर्ष पितृ पक्ष की शुरूआत 20 सितंबर दिन सोमवार से हो रही है। जो 16 दिनों तक चलेगा। समापन 06 अक्टूबर दिन बुधवार को होगा। पितृ पक्ष में पूर्णिमा श्राद्ध, महा भरणी श्राद्ध और सर्वपितृ अमावस्या का विशेष महत्व होता है।
पहला दिन:
पूर्णिमा श्राद्ध: 20 सितंबर 2021
दूसरा दिन:
प्रतिपदा श्राद्ध: 21 सितंबर 2021
तीसरा दिन:
द्वितीय श्राद्ध: 22 सितंबर 2021
चौथा दिन:
तृतीया श्राद्ध: 23 सितंबर 2021
पांचवां दिन:
चतुर्थी श्राद्ध: 24 सितंबर 2021
महाभरणी श्राद्ध:
24 सितंबर 2021
छठा दिन:
पंचमी श्राद्ध: 25 सितंबर 2021
सातवां दिन:
षष्ठी श्राद्ध: 27 सितंबर 2021
आठवां दिन:
सप्तमी श्राद्ध: 28 सितंबर 2021
नौवा दिन:
अष्टमी श्राद्ध: 29 सितंबर 2021
दसवां दिन:
नवमी श्राद्ध (मातृनवमी): 30 सितंबर 2021
ग्यारहवां दिन:
दशमी श्राद्ध: 01 अक्टूबर 2021
बारहवां दिन:
एकादशी श्राद्ध: 02 अक्टूबर 2021
तेरहवां दिन:
द्वादशी श्राद्ध, संन्यासी, यति, वैष्णव जनों का श्राद्ध: 03 अक्टूबर 2021
चौदहवां दिन:
त्रयोदशी श्राद्ध: 04 अक्टूबर 2021
पंद्रहवां दिन:
चतुर्दशी श्राद्ध: 05 अक्टूबर 2021
सोलहवां दिन:
अमावस्या श्राद्ध, अज्ञाततिथिपितृ श्राद्ध, सर्वपितृ अमावस्या, पितृविसर्जन महालय समाप्ति: 06 अक्टूबर 2021
नोट : इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं। बंसल इसकी पुष्टि नहीं करता।