कोच्चि, पांच जनवरी (भाषा) पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ धन शोधन मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केरल स्थित संगठन ने राज्य में आतंकी शिविर आयोजित करने के लिए खासी राशि जमा कर ली थी।
ईडी ने धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) संबंधी विशेष अदालत में पीएफआई के छात्र मोर्चा के नेता के. ए. रौफ शरीफ की जमानत याचिका का विरोध करते हुए यह टिप्पणी की। शरीफ को धन शोधन जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
ईडी ने एक बयान में कहा कि उसने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआई) द्वारा विशेष अदालत में दायर आरोप पत्र के आधार पर यह जांच शुरू की। एनआईए ने 2013 के अपने आरोपपत्र में कहा कि पीएफआई व एसडीपीआई के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने अपने कार्यकर्ताओं को विस्फोटकों और हथियारों का इस्तेमाल सिखाने के लिए आपराधिक षड्यंत्र किया और कन्नूर जिले के नारथ में एक आतंकवादी शिविर का आयोजन किया।
आरोप पत्र में कहा गया है कि शिविर का आयोजन विभिन्न धर्मों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, उन्हें आतंकवादी गतिविधियों के लिए तैयार करने की खातिर किया गया था और इस तरह उन्होंने देश की एकता और अखंडता को भंग करने का अपराध किया।
ईडी ने कहा, ‘‘पीएफआई ने आतंकवादी शिविरों के आयोजन के लिए और उससे जुड़ी गतिविधियों और साम्प्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने के लिए पर्याप्त धन जमा कर लिया था… जांच के दौरान पीएफआई के कई बैंक खातों और अन्य वित्तीय दस्तावेजों का विश्लेषण किया गया।’’
भाषा अर्पणा अविनाश
अविनाश