भोपल। भारत के ऐसे कई राज्य है, जहां डीजल-पेट्रोल के भरी मात्रा में कमी आ गई है। अगर राजस्थान की बात करें तो यहां हजारों पेट्रोल पंप बंद हो गए हैं। सिर्फ राजस्थान ही ऐसा राज्य नहीं है जहां डीजल-पेट्रोल का सकंट है बल्कि कर्नाटक और मध्य प्रदेश के भी कई पेट्रोल पंपों पर सूखे जैसे हालात देखे जा रहे हैं। इस सकंट पर भारत सरकार ने जल्दी कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो आने वाले समय में दो-तीन हज़ार पेट्रोल पंप और बंद होने की कगार पर आ सकते है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ,जब से केंद्र सरकार ने डीज़ल-पेट्रोल पर एक्साइज़ ड्यूटी घटाई है तभी से यह सकंट देखने को मिल रहा है इसका सबसे कारण है एक्साइज़ ड्यूटी घटाए जाने के बाद पेट्रोलियम कंपनियों को हो रहा नुकसान जिसके बाद से यह संकट उत्पन्न हुआ है।
कंपनियों ने सप्लाई कम कर दी
केंद्र सरकार ने जब से पेट्रोल-डीजल एक्साइज ड्यूटी घटाई है तब से तेल कंपनियों ने सप्लाई कम कर दी है। अकेले राजस्थान की बात करें तो लगभग तीन हजार पेट्रोल पंप ऐसे हैं जिन पर स्टॉक बहुत कम बचा है। अगर इस तरह के हालत लगातार बने रहे तो ऐसे हज़ारों पेट्रोल पम बंद होने की कगार पर आ जाएंगे। केंद्र सरकार ने जनता को महगाई की मार से बचने के लिए तेल के रेट काम किये थे। लेकिन अब ऐसी स्थिति बन गई है कि पेट्रोल -डीजल मिलना ही मुश्किल हो रहा है।
कई दिनों से नहीं हो रही पर्याप्त सप्लाई
अगर सिर्फ राजस्थान के पाली जिले में ही एस्सार और रिलायंस के 14 पंप बंद हो गए है। इसके लगभग 15-20 दिन पहले ही रिलायंस और एस्सार के 1500 से ज्यादा पम्पों पर ताले लग चुके है। इनमें सबसे ज़्यादा 1100 पंप एस्सार और 300-400 पंप रिलायंस के हैं.