नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर काबू करने के लिए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार अपने स्ट्रेटेजिक (इमरजेंसी) पेट्रोलियम रिजर्व से करीब 50 लाख बैरल तेल रिलीज करेगी। जानकारों का कहना है कि सरकार के इस फैसले से पेट्रोल और डीजल के दामों में 2 से 3 रुपए तक की कमी हो सकती है। तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक की मनमनी रोकने के लिए सरकार ये कदम उठाने जा रही है। ओपेक देश कम तेल का उत्पादन कर कीमतें ऊंची बनाए रखते हैं। जिसका बुरा असर भारत जैसा तेल पर निर्भर अर्थव्यवस्थाओं को होता है।
भारत के पास 3.8 करोड़ बैरल तेल का स्टॉक
भारत के पास स्ट्रेटेजिक (इमरजेंसी) पेट्रोलियम रिजर्व की क्षमता फिलहाल 3.8 करोड़ बैरल तेल की है। जिसे और बढ़ाने की तैयारी चल रही है. ये स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व देश के पूर्वी और पश्चिमी तटो पर बनाए गए हैं। इन स्टॉक को हिंदुस्तान पेट्रोलियम और मैंगलोर रिफाइनरी को बेचा जाएगा।
कच्चा तेल 80 डॉलर बैरल के पार
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल इस समय 80 डॉलर प्रति बैरल के करीब चल रहा है। अमेरिका और पश्चिमी देशों समेत भारत की ओपेक देशों से मांग है कि वो अपना उत्पादन बढ़ाएं ताकि तेल के दाम 70 डॉलर प्रति बैरल लाया जाए। हालांकि ओपेक देश इसके लिए तैयार नहीं हैं।
ओपेक को कड़ा संदेश
दुनिया में भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका, ब्रिटेन और कुछ यूरोपीय देशों ने भी ओपेक को कड़ा संदेश देने के लिए ये रणनीति बनाई है। भारत जहां 50 लाख बैरल तेल रिलीज करेगा वहीं अमेरिका ने 5 करोड़ बैरल तेल और ब्रिटेन ने भी 15 लाख बैरल स्ट्रेटेजिक (इमरजेंसी) पेट्रोलियम रिजर्व जारी करने का फैसला किया है।
कोराना संक्रमण घटने से बढ़ी डिमांड
दुनिया मे कोरोना महामारी जब चरम पर थी तब तेल के दामों में भारी गिरावट आई थी। लेकिन अब वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ने से सभी देश अपनी अर्थव्यवस्था खोल रहे हैं। जिससे थम चुकी पेट्रोल-डीजल की मांग तेजी से बढ़ी है। लेकिन ओपेक देश पिछले घाटे का हवाला देकर दामों में कमी नहीं करना चाहते इसलिए उत्पादन नहीं बढ़ाकर दाम ऊंचे रखना चाहते हैं।
3 रुपए तक घट सकते हैं दाम
जानकारों का मानना है कि स्ट्रेटेजिक रिजर्व से कच्चा तेल रिलीज करने पर बाजार में तेल की आपूर्ति बढ़ेगी जिसका फायदा उपभोक्ताओं को होगा।पेट्रोलिय मंत्रालय के सूत्रो के अनुसार इस फैसले की औपचारिक घोषण आने वाले कुछ दिनों में हो सकती है। जरुरत पड़ने पर सरकार और तेल रिलीज करने का भी फैसला ले सकती है।