Pet Animal Vastu Tips: कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें घर में जानवर पालने का शौक होता है। पर क्या आप जानते हैं कि वास्तु में हर चीज के लिए नियम बताए गए हैं। इन्हीं नियमों के अनुसार यदि घर के लिए पालन किया जाए तो जीवन में आ रही समस्याओं को कम किया जा सकता है।
चलिए जानते हैं कि अगर आप भी घर में पालतू जानवरों को पालते हैं तो आपको भी वास्तु के नियमों का पालन करना चाहिए।
कहां होना चाहिए पालतू जानवरों का कमरा
वास्तु शास्त्र में घर के प्रत्येक हिस्से के लिए दिशा और स्थान का महत्व होता है। यह पालतू जानवर घर के किस दिशा में होना चाहिए, जिससे कि उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे। वह घर के मालिक के प्रति ज्यादा अच्छे से कार्य कर सके। इसके लिए वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra in hindi for pet dog) का सहारा लिया जाना आवश्यक है।
पालतू जानवर (Pet Animal) या कुत्ते का कमरा रखने के लिए बताई जा रही दिशा और स्थान पर विचार किया जा सकता है।
1. *उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा*
यह दिशा कुत्तों के लिए शुभ मानी जाती है। यह दिशा शांति और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती है, जो कुत्तों के स्वास्थ्य और व्यवहार के लिए अच्छी होती है।
2. *दक्षिण-पूर्व दिशा*
यह दिशा कुत्तों के लिए भी अनुकूल मानी जाती है। इससे उनके स्वास्थ्य और सक्रियता में वृद्धि होती है।
3. *पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा*
यह दिशा भी पालतू जानवरों के लिए अच्छी मानी जाती है। इससे वे खुश और संतुलित रहते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
बताई गए वास्तु नियमों (Vastu ke Niyam) के अलावा इन दिशाओं को ध्यान में रखते हुए, कुत्ते के कमरे (Dogs Room Direction) का स्थान तय करना चाहिए।
साथ ही, यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कुत्ते का कमरा अच्छी वेंटिलेशन (Ventilation) और साफ-सफाई वाला हो। इसके अलावा, यह सुनिश्चित करें कि कुत्ते को पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी मिल रही हो और उसका बिस्तर आरामदायक हो।
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में छोटे-छोटे बदलावों का भी बड़ा प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए अगर संभव हो, तो वास्तु विशेषज्ञ (Vastu Expert) की सलाह लेना उचित रहेगा।
नोट: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने के पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।
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