Changes in Ayushman Card: अगर आप आयुष्मान कार्ड (Ayushman card) का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए अहम खबर है। इस कार्ड में अब कई अहम बदलाव होने वाले हैं। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health)जानकारी दी है.इस बदलाव में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव ये हैं कि,आयुष्मान कार्ड को केंद्र की प्रमुख स्वास्थ्य योजना के साथ राज्य के लोगों के नाम और राज्य-विशिष्ट स्वास्थ्य योजनाओं यानी एक सह-ब्रांड के रूप में के साथ जोड़ा जाएगा.इसके साथ ही तीसरे सेक्स ट्रांसजेंडर के लिए भी कुछ खास बदलाव किए गए हैं अब ट्रांसजेंडर फ्री सेक्स चेंज (Sex Reassignment Surgery) करा सकेंगे. फिलहाल देश के किसी भी अस्पताल में इस तरह के ऑपरेशन की मुफ्त सुविधा नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी
इस बारे में जानकारी देते हुए केंन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Dr. Mansukh Mandaviya) ने कहा कि नए बदलावों के तहत ट्रांसजेंडरों को भी आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat scheme) के तहत सालाना पांच लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी.
जानिए आयुष्मान कार्ड के और बदलाव
वहीं बदलाव के तहत दिल्ली, पश्चिम बंगाल और ओडिशा को छोड़कर अन्य सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने कार्डों की सह-ब्रांडिंग के लिए अनुमति जे दी है. इसके लागू होने के बाद इसका नाम बदलकर ‘आयुष्मान कार्ड’ (Ayushman Card) कर दिया जाएगा. राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) योजना के तहत जारी ‘लाभार्थी कार्ड’ को प्रभावी बनाने के लिए काम कर रहा है. साथ ही इसमें और अधिक ‘अखंडता और एकरूपता’ लाने का निर्णय लिया गया है.
क्या बदलाव होंगे
मंत्रालय ने एक बयान में कहा गया है कि यह कार्ड अंग्रेजी और स्थानीय भाषा में द्विभाषी होगा. इस नए कार्ड में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) (Ayushman Bharat Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana) और राज्य-विशिष्ट लोगों दोनों को ‘समान स्थान आवंटित’ होगा. इसमें ABPM-JAY के साथ-साथ राज्य योजना का नाम भी होगा.
क्यों हो रहा है बदलाव
मंत्रालय ने कहा है कि इस बदलाव के पीछे हमारा मकसद राज्यों के साथ काम करके इस कार्ड में बराबरी और समानता लाना है. बयान में कहा गया है कि एनएचए को-ब्रांडेड कार्ड जारी करने के लिए राज्यों के लगातार संपर्क में है. कुछ को छोड़कर अधिकांश राज्यों ने सह-ब्रांडिंग दिशानिर्देशों को अपनाया है.
1. इस योजना के तहत अब तक 14.12 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं. इस योजना के तहत 17 अगस्त तक करीब 18.81 करोड़ लोगों का सत्यापन किया जा चुका है.
2. को-ब्रांडेड कार्ड जारी करने के लिए लाभार्थियों को केंद्र से पूरी वित्तीय सहायता मिलेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि प्राधिकरण केंद्रीय योजना के साथ-साथ राज्य योजना के तहत पूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान करेगा.
3. आयुष्मान के तहत लाभार्थी परिवार को सालाना 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवरेज प्रदान किया जाता है. यह 1,949 उपचार प्रक्रियाओं का लाभ प्रदान करता है.