हाइलाइट्स
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हरदा पहुंचे PCC चीफ जीतू पटवारी।
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कहा- ब्लास्ट में जो लोग जले वो बाहर ही नहीं निकले।
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शवों को मिट्टी में मिलाया जा रहा है।
Harda Factory Blast: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी हरदा पहुंचे। पटवारी मानपुरा जाकर मृतकों के परिवार वालों से मिले। ब्लास्ट हादसे को लेकर पटवारी ने सरकार और प्रशासन पर कई सवाल भी उठाए। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन की बड़ी लापरवाही बताई। तो वहीं मलबे में सैकड़ों मजदूरों के दबे होने का दावा भी किया।
PCC चीफ ने कहा, कि जब मैं घटनास्थल पर पहुंचा तो मैने वहां कलेक्टर से चर्चा करनी चाही तो उन्होंने मुझे पहले फैक्ट्री के भीतर भिजवाया। जब मैं बाहर निकला तो कलेक्टर और SP वहां से गायब हो गए। इतने बड़े हादसे होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन से कलेक्टर, SP का गायब हो जाना, अपने आप में सरकार की उदासीनता को जगजाहिर करता है। इतना ही नहीं पटवारी ने शवों को मिट्टी में मिलाने की बात कही।
हरदा रवाना होने से पहले सीएम मोहन ने कहा
हरदा निकलने से पहले CM मोहन यादव ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, कि कल का दिन परीक्षा का दिन था। परमात्मा परीक्षा ले रहे थे। अगर दो बार में ब्लास्ट नहीं होता तो और भयावह स्थिति होती। जैसे ही कल जानकारी मिली, हमने जो भी एक सरकार के तौर पर किया जा सकता था वो किया। कल जैसा हादसे का मैनेजमेंट हुआ वो केवल BJP की सरकार में हो सकता है।
शवों को मिट्टी में मिलाया जा रहा है- PCC चीफ
PCC चीफ जीतू पटवारी ने कहा, कि ढ़ाई एकड़ जमीन में बनी दो मंजिला इमारत (Harda Factory Blast) में जब विस्फोट हुआ तो उसने पूरी इमारत को दबा दिया। बिस्फोट इतना भयंकर था कि, लोहा तक पिघल गया तो इंसानों का क्या हाल हुआ, लोहे के सामने इंसान क्या चीज है।
आगे कहा, कि रेस्क्यू चल रहा है, देखकर ऐसा प्रतीत होता है, कि प्रशासन अर्थवर्क का काम कर रहा है। शवों को मिट्टी में मिलाया जा रहा है। मैंने घायलों और प्रत्यक्षदर्शियों से बात की है, उनके हिसाब से 100 से ज्यादा लोग अभी दबे हुए हैं।
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कलेक्टर, SP और SDM घटनास्थल से गायब- पटवारी
PCC चीफ जीतू पटवारी ने कहा, कि हमने बात करने की कोशिश की तो SDM यहां से भाग गए। जहां रेस्क्यू चल रहा है वहां से SP और कलेक्टर गायब हो गए। अब इसको क्या समझें? क्या मैसेज है ये? अपराध को छिपाना। भयावह निंदनीय कृत्य है। घृणित अपराध कैसे होते हैं मध्यप्रदेश में फिर से देखिए। अगर ये सरकारी हत्याएं नहीं हैं, तो और क्या हैं? ऐसा पेटलावद में भी हुआ था।
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सरकार SIT गठित करे और मौतों का आंकड़ा सही बताएं- जीतू
PCC चीफ जीतू पटवारी ने हरदा में मीडियो से कहा, कि सरकार इस हादसे की जांच के लिए SIT गठित करे। जो लोग मिसिंग है उनकी संख्या बताएं। उनको किस कैटेगरी में डालेंगे। मृतकों के परिजन को कम से कम 1-1 करोड़ रुपए मिलने चाहिए।
साथ ही परिवार में 1-1 सदस्य को सरकारी नौकरी भी मिलना चाहिए। जो लोग घायल हुए हैं, उनको 10-10 लाख रुपए मिलना चाहिए। ये पैसे ईमानदारी से मिलना चाहिए। जिन लोगों ने इस अवैध फैक्ट्री (Harda Factory Blast) चलाने में मदद की है उन संबंधित कर्मचारियों पर 302 का मुकदमा चले। मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश से क्षमा मांगें। सिर्फ अकेले अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं करें। मंत्रियों पर भी गाज गिरे।