लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा को सोमवार को सर्वसम्मति से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का नया अध्यक्ष चुन लिया गया जो एहसान मनी की जगह अगले तीन साल तक यह पद संभालेंगे । यह रमीज का पीसीबी के साथ दूसरा कार्यकाल होगा । वह 2003 से 2004 तक बोर्ड के मुख्य कार्यकारी रह चुके हैं । बोर्ड की विशेष बैठक की अध्यक्षता पीसीबी के चुनाव आयुक्त जस्टिस ( सेवानिवृत ) शेख अजमत सईद ने राष्ट्रीय हाई परफोर्मेंस केंद्र में की । रमीज का नामांकन प्रधानमंत्री और बोर्ड के मुख्य संरक्षक इमरान खान ने किया था ।
मीडिया से क्या कहा?
प्रभार संभालने के बाद राजा ने मीडिया से बात करते हुए वादा किया कि वह राष्ट्रीय कप्तान को अधिक अधिकार देंगे। राजा ने कहा, ‘‘मैं ऐसा अध्यक्ष नहीं बनूंगा जो अपनी जिम्मेदारी दूसरे लोगों पर डालेगा। मैं सभी चीजों का सामना करने के लिए तैयार हूं। मैं दो चीजों के मामले में कभी बैकफुट पर नहीं जाऊंगा, क्रिकेट और प्रसारण क्योंकि इन दोनों क्षेत्रों में मेरे पास काफी अनुभव है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट हूं कि पिछले कई वर्षों में भले ही क्रिकेट में बदलाव आया हो लेकिन यह चीज समान है और वह यह है कि टीम कप्तान को पूरे अधिकार दिए जाने चाहिए क्योंकि उसे मैदान पर टीम को उतारना है और नतीजे हासिल करने हैं।’’
विश्व कप विजेता टीम के रह चुके हैं सदस्य
विश्व कप 1992 विजेता टीम के सदस्य रह चुके रमीज से पहले अब्दुल हफीज कारदार ( 1972 से 1977), जावेद बुर्की ( 1994 से 1995 ) और एजाज बट ( 2008 . 2011) पीसीबी के अध्यक्ष पद पर काबिज होने वाले पूर्व क्रिकेटर रहे हैं । पाकिस्तान के लिये 1984 से 1997 के बीच 205 से अधिक मैच खेलकर 8674 रन बना चुके रमीज वरिष्ठ खेल प्रशासक मनी की जगह लेंगे जिनका कार्यकाल पिछले महीने समाप्त हो चुका है ।
पहले भी PCB में थे
राजा ने गवर्नर बोर्ड से कहा ,‘‘ मैं पीसीबी अध्यक्ष पद के लिये मेरा चुनाव करने पर आप सभी का शुक्रगुजार हूं । आने वाले समय पर मैदान से भीतर और बाहर मजबूती से विकास के लिये आपके साथ मिलकर काम करूंगा । मेरा मकसद पाकिस्तानी पुरूष क्रिकेट टीम को वही मानसिकता, जज्बा और संस्कृति देना है जिसके दम पर पाकिस्तानी टीम दुनिया की सबसे खतरनाक टीमों में से एक हुआ करती थी ।’’ राजा इससे पहले शहरयार खान के अध्यक्ष पद पर काबिज होने के दौरान 2003-04 में बोर्ड के सीईओ की भूमिका निभा चुके हैं। पूर्व सलामी बल्लेबाज राजा ने कहा, ‘‘बेशक, पूर्व क्रिकेटर होने के नाते मेरी प्राथमिकता हमारे अतीत और मौजूदा क्रिकेटरों के हितों के बारे में सोचना है।’’