हाइलाइट्स
- पटना में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हॉस्पिटल में हत्या
- CCTV में कैद हुई वारदात, शेरू गैंग पर शक
- पैरोल पर आया था बाहर, वार्ड में घुसकर मारी गोली
Patna Gangster Murder: बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार को उस समय सनसनी फैल गई जब कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या फिल्मी स्टाइल में कर दी गई। घटना पारस अस्पताल में हुई, जहां इलाज के लिए भर्ती चंदन मिश्रा को पांच हमलावरों ने वार्ड में घुसकर गोलियों से भून डाला। हत्या का यह पूरा मामला CCTV कैमरे में कैद हुआ है, जिससे पुलिस को अहम सुराग मिले हैं।
CCTV में कैद पूरी वारदात
CCTV फुटेज में दिखा कि पांच बदमाश अस्पताल में दाखिल हुए। चार ने कैप पहन रखी थी, जबकि एक बिना कैप के था। सभी की उम्र 35 से 40 वर्ष के बीच प्रतीत हो रही है। अस्पताल में दाखिल होते समय पांचों ने कमर से पिस्टल निकाली, नॉट चढ़ाई और सीधे बेड नंबर 209 वाले वॉर्ड में घुसे जहां चंदन मिश्रा सो रहा था।
महज 30 सेकंड में गोली मारकर पांचों आरोपी बाहर निकले और पिस्टल को कमर में खोंसकर फरार हो गए। हैरानी की बात यह है कि हत्यारों ने वारदात का वीडियो भी शूट किया, जिससे साफ होता है कि यह हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गई थी।
कौन था चंदन मिश्रा?
चंदन मिश्रा बक्सर जिले का रहने वाला था और बिहार का दुर्दांत अपराधी माना जाता था। उस पर हत्या, अपहरण, रंगदारी और लूट के 10 से अधिक केस दर्ज थे। वह राजेंद्र केसरी नामक व्यवसायी की दिनदहाड़े हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था और फिलहाल बेऊर जेल से 15 दिनों की पैरोल पर बाहर आया था। गुरुवार को उसकी पैरोल खत्म होने वाली थी, लेकिन इससे पहले ही उसे मौत की नींद सुला दिया गया।
शेरू गैंग पर हत्या का शक
पुलिस जांच में सामने आया है कि चंदन मिश्रा की हत्या के पीछे शेरू गैंग का हाथ हो सकता है। जानकारी के अनुसार, पहले शेरू और चंदन अच्छे दोस्त थे और साथ में कई वारदातों को अंजाम दे चुके थे। लेकिन बाद में पैसों और वर्चस्व को लेकर दोनों में टकराव हो गया। शेरू ने अलग गैंग बना लिया और आरा तनिष्क लूटकांड जैसे मामलों में उसका नाम सामने आया।
अब पुलिस को शक है कि उसी शेरू गैंग ने चंदन मिश्रा को खत्म करने की साजिश रची।
SSP का बयान और SIT गठित
पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताया, “चंदन मिश्रा हत्या, लूट और रंगदारी जैसे मामलों में संलिप्त कुख्यात अपराधी था। उसे पेरोल पर इलाज के लिए छोड़ा गया था। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विरोधी गुट ने उसे गोली मारी। हत्या की गंभीरता को देखते हुए SIT का गठन कर दिया गया है। जल्द ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे।”
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