Pass-key: वेबसाइट और ऐप्स को लॉगिन करने के लिए सारे यूजर्स पासवर्ड का इस्तेमाल करते हैं। ये पासवर्ड या तो डिजिट में होते हैं पैटर्न में होते है, जिन्हें हमे याद करने की जरूरत पड़ती है। वहीं पास की(Passkey) एक तरह की डिजिटल की(Digital Key) है जिसे आपको याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती है।
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क्या है गूगल का Passkeys और कैसे करता है काम
Pass-key क्यों है जरूरी
यह आपको आपके पासवर्ड को हैक होने से बचाती है। पास-की पर स्विच करने से पहले आपको सोचना चाहिए की आप पासवर्ड का कितना इस्तेमाल करते हैं। अगर आपके पास ज्यादा सोशल मीडिया अकाउंट है तो आप पास-की का इस्तेमाल कर सकते हैं। नॉर्मल पासवर्ड को हमें याद रखना पड़ता है , जबकि पास-की से आप किसी भी वेबसाईट पर बिना पासवर्ड डाले सीधे लॉगिन कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल से आपको ढेरों पासवर्ड को याद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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