भोपाल। कोई भी शुभ काम Panchak Date Rules 2021 हो, उसे करने से पहले हम मुहूर्त जरूर देखते हैं। हिन्दू धर्म में पंचक का भी बहुत महत्व है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस दौरान सभी प्रकार के कार्य करना वर्जित है। कोई भी कार्य करने से पहले पंचक जरूर देखा जाता है। तो आइए हम आपको बताते हैं कि साल 2021 के आखिरी पंचक कब लग रहे हैं। इनका महत्व क्या होता है। ज्योतिष का अभिन्न अंग माने जाने वाले पंचांग में पंचक को मांगलिक कार्य के लिए शुभ नहीं मानते हैं। जिसमें कुछेक कार्यों को करने के लिए विशेष रूप से मनाही होती है। आइए पंचक के बारे में विस्तार से जानते हैं।
आखिर क्या होते हैं पंचक —
ज्योतिष में कुछ नक्षत्रों को अत्यंत अशुभ मानते हुए उसमें कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत नहीं की जाती है। ज्योतिष के अनुसार धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद एवं रेवती समेत पांच नक्षत्रों की युति अत्यंत ही अशुभ मानी जाती है। ज्योतिष के अनुसार कुंभ और मीन राशि में चंद्रमा को गोचर पंचक कहलाता है। ऐसा माना जाता है कि पंचकों में घर के किसी सदस्य की मृत्यु होने पर परिवार को भी मृत्यु तुल्य कष्ट को भोगना पड़ता है।
साल 2021 का आखिरी पंचक –
साल 2021 का आखिरी पंचक तीन दिन बाद यानि 09 दिसंबर 2021 बृहस्पतिवार को सुबह 10:10 बजे से शुरू होने जा रहे हैं। जो पांच दिन तक यानि 14 दिसंबर 2021 मंगलवार की रात 02:05 बजे तक रहेगा। इस दौरान कुछ विशेष कार्यों को करने की भी मनाही है। आइए हम आपको बताते हैं पंचक से जुड़े जरूरी नियम।
पंचक से जुड़े जरूरी नियम –
- ज्योतिष पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार पंचक के दौरान कुछ विशेष कार्य भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
- पंचक के समय लकड़ी या फिर लकड़ी से बने सामान को खरीदना या घर पर बनवाना नहीं चाहिए।
- पंचक में चारपाई बुनवाने और घर की छत ढलवाने की भी विशेष रूप से मनाही है।
- पंचक के दौरान यदि बहुत जरूरी न हो तो दक्षिण दिशा की यात्रा भूलकर नहीं करवाना चाहिए।
- इसी प्रकार पंचक के समय घर की पेंटिंग का कार्य नहीं शुरु करना चाहिए।
- यदि ये कार्य करवाने हों तो आप पंचांग की मदद से पंचक की जानकारी लेकर आगे–पीछे करवा सकते हैं।