Raj Panchak 26 March 2025 Budhvar Effect Shubh ashubh: हिन्दू धर्म शास्त्र में वैसे तो पंचकों को शुभ नहीं माना जाता है। पर इस बार मार्च के पंचक (March Panchak 2025) बेहद खास माने जा रहे हैं।
तो चलिए ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से जानते हैं कि हिन्दू पंचांग के अनुसार (Hindu Panchang) मार्च में पंचक कब से कब तक रहेंगे। पंचकों में क्या नहीं करना चाहिए। मार्च में कौन से पंचक आ रहे हैं मार्च के पंचक शुभ क्यों माने जा रहे हैं साथ ही जानेंगे पंचक कितने प्रकार के होते हैं।
मार्च में पंचक कब से कब तक हैं (Mar)
हिन्दू पंचांग के अनुसार मार्च 2025 में पंचक 26 मार्च की दोपहर 12:06 मिनट से शुरू हो रहे हैं। जो साढ़े चार दिन तक चलेंगे। इसकी समाप्ति 30 मार्च को गुड़ी पड़वा यानी हिन्दू नववर्ष की चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के दिन होगी।
मार्च में कौन से पंचक आएंगे
हिन्दू पंचांग के अनुसार जब पंचकों की शुरआत सोमवार और बुधवार से होती है तो उसे राज पचंक कहा जाता है। इस बार मार्च में पंचक 26 मार्च बुधवार से होंगे।
मार्च के पंचक शुभ क्यों हैं
ज्योतिषाचार्य के अनुसार जब पंचकों में नवरारत्रि या गणेशउत्सव प्रारंभ होते हैं तो ऐसे पंचक बेहद शुभ माने जाते हैं। यही कारण है कि इस बार मार्च के पंचक शुभ हैं। क्योंकि पंचकों में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है।
इतने दिन में रिपीट होते हैं पंचक
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार पंचक 23 दिन में रिपीट होते हैं। यानी 23 दिन बाद जब साढ़े चार नक्षत्रों की चाल बदलती है तो इस दौरा न पंचक शुरू होते हैं।
पंचक कब शुरू होते हैं
हिन्दू धर्म और ज्योतिष के अनुसार पंचांग में जब धनिष्ठा नक्षत्र आधा निकल जाता तब पंचक शुरू होते हैं। यानी धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण से पंचकों की शुरुआत होती है और इसकी समाप्ति रेवती नक्षत्र पर होती है। साढ़े चार नक्षत्र मिलाकर एक पंचक का निर्माण करते हैं।
पंचक कितने तरह के होते हैं (Type of Panchak)
पंचकों मुख्य रूप से पांच तरह के होते है। इसमें रोग पंचक, राज पंचक, अग्नि पंचक, चोर पंचक, मृत्यु पंचक शामिल हैं।
क्या होते हैं रोग पंचक (Rog Panchak)
यदि पंचक रविवार को पड़े तो उसे रोग पंचक कहा जाता है।
क्या होते हैं राज पंचक (Raj Panchak)
जब पंचक सोमवार को पड़े तो इसे राज पंचक (Raj Panchak) कहते हैं।
क्या होते हैं अग्नि पंचक (Agni Panchak)
जब पंचक मंगलवार को पड़े तो इसे अग्नि पंचक (Agni Panchak) कहते हैं।
क्या होते हैं चोर पंचक (Chor Panchak)
जब पंचक शुक्रवार को पड़े तो इसे चोर पंचक (Chor Panchak) कहते हैं।
क्या होते हैं मृत्यु पंचक
जब पंचक शनिवार के दिन पड़े तो इसे मृत्यु पंचक (Mrityu Panchak) कहते हैं। बुधवार और गुरुवार को पड़ने वाले पंचकों को सोमवार और मंगलवार के पंचक के समान माना जाता है।
पंचक में क्या नहीं करना चाहिए
ऐसा माना जाता है पंचकों में कोई भी शुभ काम नहीं करना (Panchak me Kya nahi Karna Chahiye) चाहिए। पंचक में लकड़ी या लकड़ी का सामान घर नहीं लाना चाहिए। इस दौरान चारपाई बुनवाना भी वर्जित माना गया है। इस दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करना वर्जित है। साथ ही घर को भी इस दौरान रंगरोगन और पेंट नहीं कराना चाहिए।
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नोट: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य सूचनाओं पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले से विशेषज्ञ की सलाह ले लें।