हाइलाइट्स
- पत्नी को पाकिस्तान में छोड़, भारत में की सगाई
- पत्नी ने लगाई मदद की गुहार
- इंदौर पंचायत ने कहा ‘युवक को वापस भेजें’
Pakistani Citizen Second Engagement in Indore: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। इसी बीच मध्यप्रदेश के इंदौर में रह रहे एक पाकिस्तानी नागरिक विक्रम कुमार नागदेव का पारिवारिक विवाद सुर्खियों में है। विक्रम भारत में लॉन्ग टर्म वीजा पर पिछले 12 वर्षों से रह रहा है।
कराची में शादी, फिर पत्नी को वापस भेजा
विक्रम ने 26 जनवरी 2020 को पाकिस्तान के कराची में निकिता नाम की महिला से हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया था। इसके बाद फरवरी में वह अपनी पत्नी को भारत लेकर आया। लेकिन जुलाई 2020 में वीजा संबंधी तकनीकी दिक्कतों का हवाला देते हुए उसे अटारी बॉर्डर से वापस कराची भेज दिया गया। तब से विक्रम ने न तो निकिता को भारत बुलाने की कोशिश की और न ही तलाक दिया। इसी बीच निकिता को पता चला कि विक्रम ने दिल्ली की युवती शिवांगी डिंगरा से सगाई कर ली है और विवाह की तैयारी कर रहा है।
सिंधी पंचायत में निकिता की शिकायत
निकिता ने 15 जनवरी 2025 को इंदौर की सिंधी पंचायत में व्हाट्सएप के जरिए शिकायत दर्ज कराई। पंचायत ने उसे सुनवाई के लिए इंदौर आने को कहा, लेकिन निकिता ने पाकिस्तान से ही सुनवाई की मांग की। इस पर पंचायत अध्यक्ष किशोर कोडवानी ने कहा कि दोनों पाकिस्तानी नागरिक हैं और पाकिस्तान के कानून ही उन पर लागू होते हैं। ऐसे में उन्हें वहां की अदालत में तलाक लेना होगा।
विक्रम पर अवैध संपत्ति खरीद का आरोप
पंचायत की जांच में यह भी सामने आया कि विक्रम इंदौर के माणिकबाग रोड स्थित ऑरेंज कंट्री में रह रहा है और जवाहर मार्ग पर ‘केएन संस’ नाम से व्यापार कर रहा है। आरोप है कि उसने भारत सरकार की अनुमति के बिना यहां अवैध रूप से संपत्ति खरीदी है। पंचायत ने इंदौर कलेक्टर को पत्र लिखकर विक्रम को देश से निष्कासित करने की सिफारिश की है।
पिता की पीड़ा
निकिता के पिता मुनव्वर लाल ने बताया कि शादी के बाद बेटी कुछ दिन इंदौर रही, लेकिन फिर कोरोना काल में उसे कराची भेज दिया गया। अब विक्रम न तो उसे भारत ला रहा है, न तलाक दे रहा है, बल्कि दूसरी शादी की तैयारी में है। उन्होंने इसे बेटी के साथ अन्याय बताया।
पंचायत की सिफारिश
सिंधी पंचायत ने कहा कि विक्रम भारतीय कानून और सामाजिक मूल्यों का उल्लंघन कर रहा है। ऐसे में उसे देश से निकाला जाना चाहिए और निकिता को अपने अधिकारों के लिए पाकिस्तान की अदालत में न्याय की मांग करनी चाहिए।
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