Pakistan: तालिबान और पाकिस्तान के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। खबर है कि पाकिस्तान के पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने काउंटर टेररिज्म सेंटर पर कब्जा कर लिया और कुछ लोगों को बंधक बना लिया है। बंधक बनाए गए लोगों की सुरक्षित रिहाई के लिए सरकार और तालिबान आतंकियों के बीच वार्ता जारी है। हालांकि वार्ता का अब तक कोई परिणाम नहीं निकला है।
बता दें कि आतंकवाद-रोधी विभाग (सीटीडी) ने रविवार को कुछ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था तथा उनसे पुलिस थाने में पूछताछ की जा रही थी। तभी, इनमें से एक आतंकवादी ने रविवार को पुलिसकर्मी से एके-47 छीन ली और गोलियां चलानी शुरू कर दी। आतंकवादी ने इमारत में रखे गये अन्य आतंकवादियों को मुक्त कराया और उन्होंने परिसर को अपने कब्जे में ले लिया। उन्होंने कई पुलिसकर्मियों को भी बंधक बना लिया। गोलीबारी में कम से कम दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी, जिसके बाद अधिकारियों ने सेना के विशेष बल को अलर्ट पर रखा।
Terrorism backfires on #Pakistan. #Taliban Pakistan (TTP) captures Pakistan Army Major. Taliban spokesman claims he “had a dream to catch him, kill him… we should be allowed to go to #Afghanistan otherwise we will kill them”
— Tarek Fatah (@TarekFatah) December 18, 2022
सोमवार को स्थिति तनावपूर्ण रही, क्योंकि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने छावनी क्षेत्र की घेराबंदी कर दी जहां यह केंद्र स्थित है। इलाके के निवासियों को घर के अंदर रहने के लिए कहा गया है। क्षेत्र में इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। ‘डॉन डॉट कॉम’ के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री बैरिस्टर मोहम्मद अली सैफ के विशेष सहायक ने कहा कि हालात स्थिर है और अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। सैफ ने कहा कि वह लगातार तालिबान के संपर्क में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बन्नू परिसर में आतंकवादियों ने एक सुरक्षा अधिकारी की हत्या कर दी, लेकिन इस बारे में विस्तार से नहीं बताया।
आतंकियों के साथ बातचीत जारी
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री बैरिस्टर मोहम्मद अली सैफ के विशेष सहायक ने कहा कि जानमाल का नुकसान न हो इसलिए सरकार आतंकियों के साथ बातचीत कर रही है। आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के साथ बातचीत के लिए एक स्थानीय धार्मिक व्यक्ति मौलाना अहमद उल्लाह को बुलाने की मांग की है। उन्होंने वार्ता प्रक्रिया में समन्वय के लिए एक बंधक को अपने वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों से मोबाइल फोन पर बात करने की अनुमति भी दी।
इस बीच, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने सोमवार को एक बयान जारी कर दावा किया कि कैदियों ने कल रात से कई सुरक्षा अधिकारियों और जेल कर्मचारियों को बंधक बना लिया है और केवल दक्षिण या उत्तर वजीरिस्तान कबायली जिलों में टीटीपी कैदियों का सुरक्षित मार्ग चाहते हैं। टीटीपी ने कहा कि गतिरोध की शुरुआत के बाद से सुरक्षा बलों का रवैया दर्शाता है कि बल उनकी मांग मानने को तैयार नहीं हैं और अभियान शुरू करने पर अड़े हैं।
खबरों के मुताबिक, करीब 30 आतंकियों ने लोगों को बंधक बनाया हुआ है। इससे पहले, सीटीडी परिसर से टीटीपी के आतंकवादियों ने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि नौ पुलिसकर्मी उनके कब्जे में हैं। बता दें कि वर्ष 2007 में कई आतंकवादी संगठनों के अग्रणी समूह के रूप में स्थापित टीटीपी ने पिछले महीने जून में संघीय सरकार के साथ हुए संघर्ष विराम समझौते को रद्द कर दिया और अपने आतंकियों को देश भर में आतंकवादी हमले करने का आदेश दिया था। इसके बाद से ही पाकिस्तान में आतंकी घटनाएं देखने को मिल रही है।