हाइलाइट्स
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पाकिस्तान में गठबंधन की सरकार बनना तय
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नवाज़ और बिलावल मिलकर बना सकते हैं सरकार
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नवाज ने भारत से रिश्ते सुधारने के कई बार किए प्रयास
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कारगिल के बाद नावाज़ ने भेजा था शांति प्रस्ताव
Pakistan Poll Result:पाकिस्तान में नेशनल असेंबली और प्रांतीय चुनाव के नतीजे आने के बाद भी अभी सरकार बनने पर संसय बना हुआ है. नतीजों (Pakistan Poll Result) में अभी तक किसी को भी बहुमत नहीं मिला. हालांकि ये तय माना जा रहा है कि पाकिस्तान में गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. गठबंधन में नवाज़ शरीफ़ के प्रधानमंत्री की संभावना सबसे ज्यादा है.
सेना प्रमुख ने किया नवाज़ का समर्थन
पाकिस्तान की सरकार में सेना का अहम रोल माना जाता है. ऐसे में सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर का नवाज शरीफ को समर्थन किया है. इससे जाहिर है कि पाकिस्तान में नवाज़ शरीफ़ ही वजीर-ए- आजम(प्रधानमंत्री) बनने वाले हैं. सेना के समर्थन के बाद नावाज की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) के साथ कुछ निर्दलीय प्रत्याशियों के समर्थन की बात सामने आ रही है.
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पड़ोसियों के साथ कैसे रहे नावाज के रिश्त
नवाज़ शरीफ़ ने चुनाव परिणाम (Pakistan Poll Result) आने के बाद पार्टी कार्यालय में अपने समर्थकों को संबोधित करने पहुंचे. उन्होंने भाषाण में पड़ोसियों के साथ संबंध सुधारने को लेकर संकेत दिया. उन्होंने कहा हम पड़ोसियों के साथ संबंध बेहतर करेंगे. नावाज ने भारत का नाम लिए बिना इस ओर इसारा किया. बता दें नावाज ने चुनाव प्रचार के दौरान नावाज भारत की साइंस और अन्य क्षेत्रों में तरक्की से सीखने की बात भी कही थी.
बिलावल से गठबंंधन करने पर बिगड़ेगा ‘शांति का संदेश’
नावाज़ ने भारत के साथ संबंध सुधारने के संकेत दिए हैं. उन्होंंने घोषणा पत्र में भी भारत को ‘शांति का संदेश’ देने का वादा किया था. लेकिन नावाज की को चुनाव परिणामों (Pakistan Poll Result) में बहुमत नहीं मिला है. ऐसे में वे बिलावल बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के साथ सरकार बनाएंगे. बिलावल का रुख भारत के पक्ष में नहीं है.
बिलावल ने कई मौकों पर भारत की आलोचना की है. ऐसे में नावाज़ का शांति का संदेश बिलावल के साथ काम नहीं करेगा. हालांकि बिलावक की मां बेनजीर भुट्टो ने भारत के साथ संबंध सुधारने की कोशिश की थी. उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कई बार सराहना की थी.
कारगिल के समय दिया शांति प्रस्ताव
कारगिल युद्ध के समय नवाज़ शरीफ़ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे. भारत की जीत के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को शांति का प्रस्ताव भी भेजा था. बाद में नावाज़ ने स्वीकार किया था कारगिल पाकिस्तान की बड़ी गलती थी.
फिलहाल सीटों का गणित
पाकिस्तान असेंबली में 266 सीटों पर चुनाव हुए थे. जिसमें से एक सीट पर गड़बड़ी के आरोपों के चलते 15 फरवरी को फिर से चुनाव होंगे. अभी तक के नतीजों में 257 सीटों पर नतीजे घोषित हो चुके हैं. इमरान की पार्टी पीटीआई समर्थित प्रत्याशियों को 102, नवाज़ शरीफ़ की पीएमएल-एन को 73 और बिलावल भुट्टो-जरदारी की पीपीपी को 54 सीटें मिली हैं. मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) को 17 सीटें और अन्य को 11 सीटें मिली हैं.
बता दें इमरान की पार्टी पीटीआई को चुनाव लड़ने की परमिशन नहीं थी. इलेक्शन कमीशन ने इमरान के जेल जाने पर पीटीआई का चुनाव चिन्ह और सस्पेंड कर दिया था. उनपर भ्रस्टाचार के आरोप लगे हैं.