पाकिस्तान। देश की सियासत में जहां एक तरफ प्रधानमंत्री इमरान खान (PM IMRAN KHAN) पर सत्ता खो जाने का खतरा मंडरा रहा है वहीं पर अविश्वास प्रस्ताव की तारिख नजदीक आते ही इमरान खान अपने आखिरी दांव और पैंतरे पेश कर रहे है जहां पर इस हफ्ते को सियासत के नजरिए से अहम बताया जा रहा है वहीं पाकिस्तान की सियासत में नया बदलाव भी आने वाला है।
31 मार्च को पेश होगा अविश्वास प्रस्ताव
आपको बताते चले कि, जहां पर प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर 31 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है जिस पर वोटिंग के बाद फैसला होगा कि, इमरान खान की पार्टी के पास कितना बहुमत है। इसके अलावा बात करें तो अभी विपक्ष का पलड़ा वोटों के मामले में भारी है जहां पर विपक्ष के पास 210 से ज्यादा सांसदों का समर्थन है। इसके अलावा बहुमत आंकड़ा भी 172 के करीब है। इधर मजबूत दावेदारों में नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और मौलाना फजल-उर-रहमान की जमीयते उलेमा-ए-इस्लाम (JUI-F) पार्टियो का बोलबाला है। जहां पर बताया जा रहा है कि, इन दावेदारों में मौलाना और शहबाज शरीफ दमदार है।
जानें क्या होगा इमरान खान का आखिरी दांव
आपको बताते चलें कि, मौजूदा हालातों में इमरान खान के पास 8 सांसद है तो वहीं उन्हें अपनी सत्ता को बचाने के लिए 172 सांसद चाहिए होगे। जहां इमरान खान महज 8 सांसद के साथ कुर्सी नहीं बचा सकते। वहीं पंजाब से सटे इलाके में इमरान खान ने फेरबदल कर मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार को हटाकर परवेज इलाही को कुर्सी देने का फैसला किया ताकि विपक्ष के पलड़े में कोई ना जा पाए। बरहाल आखिरी हफ्तों में इमरान खान कई पैंतरे अपनाएंगे ताकि सत्ता बच सके।