इस्लामाबाद। सऊदी अरब नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को सुरक्षित जमाओं के रूप में तीन अरब डॉलर और 1.2 अरब डॉलर मूल्य का तेल उधार देने पर सहमत हो गया है। इस तरह सऊदी अरब से पाकिस्तान को कुल 4.2 अरब डॉलर की सहायता मिलेगी। पाकिस्तान को यह मदद ऐसे वक्त में मिली है, जब उसकी अर्थव्यवस्था बेहद मुश्किल दौर से गुजर रही है। इस सप्ताह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सऊदी अरब यात्रा के दौरान सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान के साथ रियाद में बैठक हुई, उसके बाद यह घोषणा की गई। सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने सऊदी अरब सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता के बारे में ट्विटर पर बताया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सऊदी अरब ने पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक में जमा के रूप में तीन अरब अमेरिकी डॉलर देने पर सहमत होकर पाकिस्तान का समर्थन किया है, और साथ ही वह वर्ष के दौरान 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर के पेट्रोलियम उत्पाद का खर्च भी उठाएगा।’’ इमरान खान ने युवराज सलमान को इस मदद के लिए शुक्रिया कहा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं मोहम्मद बिन सलमान को पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक में जमा के रूप में तीन अरब डॉलर देने और 1.2 अरब डॉलर के पेट्रोलियम उत्पाद के वित्तपोषण के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। सऊदी अरब हमेशा कठिन समय में पाकिस्तान के साथ रहा है।’’
इमरान खान के सलाहकार (वित्त) शौकत तारिन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 4.2 अरब अमेरिकी डॉलर का सऊदी वित्तीय सहायता पैकेज एक वर्ष का है और यह पाकिस्तानी रुपये पर दबाव खत्म करने के लिए उपयोगी साबित होगा। मई के बाद से पाकिस्तानी मुद्रा में लगभग 13.6 प्रतिशत की गिरावट आई है। कहा जा रहा है कि पड़ोसी देश अफगानिस्तान को डॉलर की तस्करी इसका मुख्य कारण थी। समाचार पत्र ‘डॉन’ की रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से कहा गया कि सऊदी सरकार तत्काल एक साल के लिए पाकिस्तान के खाते में तीन अरब अमेरिकी डॉलर जमा करेगी और कम से कम अक्टूबर, 2023 में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कार्यक्रम के पूरा होने तक इसे जारी रखा जाएगा। तारिन ने कहा कि सऊदी पैकेज का आईएमएफ कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं है, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि इसे फिर से शुरू किया जाएगा।