चंडीगढ़। प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के बाद बुधवार को विपक्षी दलों ने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के इस्तीफे की मांग की।
संरक्षण देने का आरो
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब में अवैध बालू खनन के खिलाफ जारी धनशोधन रोधी जांच के सिलसिले में की गई छापेमारी के दौरान दस करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। इसमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एक रिश्तेदार के ठिकाने से जब्त किए गए आठ करोड़ रुपये भी शामिल हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने ”राज्य में अवैध रेत खनन में अपने परिवार के सदस्यों को संरक्षण देने पर” चन्नी के इस्तीफे की मांग की। चुग ने एक बयान में आरोप लगाया, ”ईडी की छापेमारी ने साबित किया है कि कांग्रेस, राज्य में मुख्यमंत्री की नाक के नीचे रेत माफिया को संरक्षण दे रही है।”
विपक्ष का हमला
अमृतसर में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने संवाददाताओं से कहा, ”ईडी द्वारा मुख्यमंत्री चन्नी के भतीजे के घर से करोड़ों रुपये की नकदी की बरामदगी ने हमारे उस आरोप को सही ठहराया है कि चन्नी राज्य में सबसे बड़े रेत खनन माफिया का हिस्सा हैं।”आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने भी चन्नी पर अवैध रेत खनन में शामिल होने का आरोप लगाया। चड्ढा ने कहा कि उन्होंने पिछले महीने चन्नी के विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब में कथित अवैध रेत खनन को लेकर खुलासा किया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने कुछ नहीं किया।