One Nation One Student ID: भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, NEP 2020 को राज्य में लागू किया गया है, जिसके तहत स्कूलों में पढ़ने वाले सभी बच्चों के लिए APAAR ID तैयार की जाएगी। इस संदर्भ में शिक्षा सचिव ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं।
अपने पत्र में शिक्षा सचिव ने कहा है कि विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य और कौशल विकास के लिए राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। इसी क्रम में, नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों की शैक्षिक प्रगति और उपलब्धियों को ट्रैक करने के लिए एक अद्वितीय आईडी बनाई जाएगी, जो “एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी” (One Nation One Student ID) के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगी।
डिजिलॉकर से लिंक करने के लिए बनाई जाएगी प्रणाली
शिक्षा सचिव ने पत्र में उल्लेख किया है कि यह अद्वितीय आईडी आजीवन मान्य रहेगी और इसे आसानी से प्राप्त किया जा सकेगा। APAAR ID को डिजिलॉकर से लिंक करने के लिए एक प्रणाली बनाई जाएगी, जिससे विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों, जैसे परीक्षा परिणाम, समग्र रिपोर्ट कार्ड, लर्निंग आउटकम, और अन्य उपलब्धियों—जैसे ओलंपियाड, खेल, कौशल प्रशिक्षण आदि—को डिजिटल रूप से संग्रहित करने का अवसर मिलेगा।
माता-पिता की सहमति होगी आवश्यक
विद्यार्थी भविष्य में अपनी उच्च शिक्षा या रोजगार के लिए क्रेडिट स्कोर का भी उपयोग कर सकेंगे। इस पहल के तहत भारत सरकार और शिक्षा मंत्रालय द्वारा छात्र के आधार नंबर के आधार पर APAAR (Automated Permanent Academic Account Registry) ID बनाई जाएगी, जिसके लिए माता-पिता या अभिभावक की सहमति आवश्यक होगी।
इसके लिए शाला स्तर पर पालक-शिक्षक बैठक (Parent Teacher Meeting) 3-4 अक्टूबर 2024 को आयोजित की जाएगी।
किसी भी प्रकार का नहीं लिया जाएगा शुल्क
इस बैठक में स्कूल के प्रधानाचार्य विद्यार्थियों के माता-पिता या अभिभावकों को सहमति पत्र उपलब्ध कराएंगे। निर्धारित प्रारूप में माता-पिता या अभिभावक सहमति पत्र में आवश्यक जानकारी भरकर हस्ताक्षर करेंगे और इसे प्रधानाचार्य के पास जमा करेंगे। इस सहमति पत्र के आधार पर प्रधानाचार्य द्वारा माता-पिता, अभिभावक और विद्यार्थियों की जानकारी UDISEplus पोर्टल में दर्ज की जाएगी। इसके बाद, विद्यार्थियों का APAAR ID भारत सरकार के UDISEplus पोर्टल द्वारा अपने आप तैयार कर दिया जाएगा। ID बनाने के लिए विद्यार्थियों या माता-पिता से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
नोडल अधिकारी होंगे नियुक्त
APAAR ID की पूरी प्रक्रिया के कार्यान्वयन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को नोडल अधिकारी और जिला मिशन समन्वयक को सहायक नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। विकासखंड, संकुल और स्कूल स्तर पर भी अपने अनुसार नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
जिले, विकासखंड और संकुल स्तर पर शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिले के समग्र शिक्षा के प्रोग्रामर और ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर तकनीकी प्रशिक्षण में सहयोग करेंगे। प्रत्येक संकुल समन्वयक को निर्धारित संख्या के अनुसार APAAR ID बनाने के लिए लक्ष्य दिए जाएंगे और समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए जाएंगे।
कैम्प आयोजित कर आधार कार्ड के लिए कराया जाएगा रजिस्ट्रेशन
शिक्षा सचिव ने पत्र में उल्लेख किया है कि पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के APAAR ID तैयार किए जाएंगे। इसके बाद कक्षा 6 से 8 और फिर कक्षा 1 से 5 के विद्यार्थियों के APAAR ID बनाए जाएंगे। जिन विद्यार्थियों के आधार कार्ड नहीं बने हैं, उनके लिए विशेष कैम्प आयोजित कर आधार कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा।