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जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका में हुए एक अनुसंधान में सामने आया है कि कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से भविष्य में कोविड-19 बीमारी की गंभीरता में कमी आ सकती है और व्यक्ति तथा सामुदायिक स्तर पर संक्रमण कम हानिकारक हो सकता है। यह नतीजे, इससे पहले हुए अध्ययन से मेल खाते हैं। अफ्रीका स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान के अनुसंधानकर्ताओं ने, नवंबर और दिसंबर में ओमीक्रोन से संक्रमित 23 लोगों ने नमूनों में पाया कि वायरस का यह स्वरूप (ओमीक्रोन), डेल्टा से हुए संक्रमण से उपजी प्रतिरक्षा को मात दे सकता है।
डेल्टा से संक्रमित हुए लोगों को भी संक्रमित कर सकता है ओमीक्रोन
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि इससे पता चलता है कि ओमीक्रोन, डेल्टा से संक्रमित हुए लोगों को फिर से संक्रमित कर सकता है लेकिन इसका उल्टा नहीं होता। अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों ने कहा, “इसका असर इस पर निर्भर करेगा कि क्या वास्तव में ओमीक्रोन डेल्टा से कम रोगजनक है या नहीं। अगर ऐसा है तो कोविड-19 बीमारी के गंभीर होने की आशंका कम हो जाएगी और संक्रमण व्यक्ति तथा सामुदायिक स्तर पर कम हानिकारक होगा।”
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