टोक्यो। कोरोना महामारी का कहर एक साल बाद भी कम नहीं हुआ है। भारत समेत दुनिया के कई देशों को घुटने पर लाने के बाद भी कोरोना की लहरें थमने की नाम नहीं ले रही हैं। पिछले एक साल से कोरोना के कारण टाले जा रहे ओलंपिक खेलों का आयोजन अब जापान में शुरू किया जा रहा है। वहीं जापान (Japan’s capital) में कोरोना के मामले भी बढ़ने लगे हैं। 23 जुलाई से टोक्यो (Tokyo Olympics) में शुरू होने वाले ओलंपिक को देखते हुए जापान सरकार ने कोरोना आपातकाल की घोषणा की है। यहां 12 जुलाई से लेकर 22 अगस्त तक कोरोना आपातकाल (state of emergency) लगाने की घोषणा की गई है। ऐसे में हम जानने की कोशिश करते हैं कि जापान में बढ़ते केसों और ओलंपिक आयोजन को देखते हुए खेलों पर कितना असर पड़ेगा।
ये रहेंगी पाबंदियां
जापान में कोरोना आपातकाल (A virus state of emergency) पूरे 6 सप्ताह 22 अगस्त तक लागू रहेगा। बीते दिनों से लगाए गए इस आपातकाल का मुख्य उद्देश्य रेस्टोरेंट्स और बार्स को शराब बेचने से रोकना और लोगों बाहर घूमने की जगह घरों में रखने का है। साथ ही ओलंपिक खेलों का घर पर टीवी में ही लुत्फ उठाने की अपील भी की गई है। साथ ही बाहर सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ जमा न होने देना भी इस लॉकडाउन का उद्देश्य है। इससे पहले के लॉकडाउन्स में सरकार सख्ती करने में काफी पीछे रही थी। जापान सरकार ने लॉकडाउन के दौरान व्यापारियों से भी या तो दुकानें बंद रखने या फिर कम समय के लिए खोलने की अपील की है। इतना ही नहीं यहां दुकानों को खोलने पर सरकार आर्थिक दंड भी लगा सकती है। इमरजेंसी के दौरान सभी बार्स, कैरियोकी और मनोरंजन के संस्थान या तो बंद रखे जाएंगे या फिर शराब परोसने (alcohol served at bars and restaurants) की अनुमति नहीं होगी। वहीं रेस्टोरेंट्स को भी रात 8 बजे तक ही खोलने की अनुमति दी गई है। हालांकि स्कूल पहले की तरह ही जारी रहेंगे। वहीं पार्क, म्यूजियम, थियेटर्स सहित सभी स्टोर्स बंद रहेंगे। लोगों का वर्क फ्रॉम होम जारी रहेगा।
इमरजेंसी का इतने लोगों पर पड़ेगा असर
ओलंपिक खेलों का आयोजन टोक्यो (Tokyo Olympics) के साथ पड़ोसी शहरों, चीबा, सितामा और कांग्वाट (Chiba, Saitama and Kanagawa) में भी किए जाएंगे। ऐसे में कोरोना आपातकाल का करीब 1.4 करोड़ लोगों पर असर पड़ेगा। यहां रहने वाले करीब 1.4 करोड़ लोगों को इस दौरान घरों में बंद होना होगा। इन लोगों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई है। साथ ही टोक्यो के पास बनी सिटी ओसाका (Osaka) और दक्षिणी आयलेंड ओकिनावा (southern island of Okinawa) में भी यह आपाताकाल जारी रहेगा।
आपातकाल का ओलंपिक पर पड़ेगा यह असर
कोरोना आपातकाल पूरे ओलंपिक खेलों के आयोजन को कवर करेगा। आपातकाल दूर-दराज से आने वाले खेल प्रेमियों को रोकेगा। स्टेडियम्स में खेल प्रेमियों (Olympic Games) को जाने की इजाजत नहीं होगी। हालांकि कुछ खेलों में सीमित लोगों को लाइव देखने की अनुमति दी गई है। वहीं इन पूरे ईवेंट्स में कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। होकाइडो में होने वाले फुटबॉल, बेसबॉल और फूकुशिमा में होने वाले सॉफ्टबॉल के मुकाबलों में दर्शकों को स्टेडियम में जाने की अनुमति नहीं रहेगी। वहीं दूसरे देशों से मुकाबले देखने के लिए आने वाले खेल प्रेमियों को इस बार अनुमति नहीं दी गई है।
जापान में कोरोना के हालात
कोरोना महामारी का जापान में फैलने के बाद यहां के प्रशासन ने बेहतर तरीके से मुकाबला किया। यहां कोरोना के करीब 820,000 मामले साम (Japan)ने आए हैं। वहीं 15 हजार से ज्यादा लोग इस महामारी का शिकार होकर काल के गाल में समा गए हैं। इसके बाद जापान में कोरोना पूरी तरह काबू में आ गया था। वहीं बीते 2 महीने से एक बार फिर कोरोना का संकट यहां गहराने लगा है। रविवार को यहां 950 रिकॉर्ड नए केस (Corona Cases) सामने आए हैं। वहीं प्रशासन ने भी लगातार कोरोना को लेकर रोकथाम के उपाय तेज कर दिए हैं। हालांकि यहां वैक्सिनेशन भी तेजी से किया जा रहा है। यहां अब तक करीब 16.8% लोगों को कोरोना वैक्सीन का डोज दिया जा चुका है। हालांकि अभी 18 साल से कम लोगों को वैक्सीन (Corona Vaccine) नहीं लगने के कारण उन पर खतरा मंडरा रहा है।
आज रवाना होंगे भारतीय खिलाड़ी
टोक्यो ओलंपिक में भारत की तरफ से 126 एथलीट (India In Olympic) भाग ले रहे हैं। ये सभी एथलीट 18 खेलों में हिस्सा लेंगे। ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाला भारत का ये सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल है। साल 1900 से भारत ने ओलंपिक में हिस्सा लेना शुरू किया था। हालांकि मेडल्स के मामले में भारत अभी काफी पीछे है। भारत ने अब तक इन खेलों में केवल 28 मेडल ही जीते हैं। मंगलवार को सभी खिलाड़ी (Indian Athletes) जापान के लिए रवाना होंगे। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) खिलाड़ियों से सीधे संवाद करेंगे।