हाइलाइट्स
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श्रम विभाग फिर तैयार कर रहा रिपोर्ट
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उप संचालक गैरजिम्मेदारी पर निलंबित
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श्रम मंत्री ने दोबारा से मांगी जांच रिपोर्ट
भोपाल। Harda Factory Blast Action: 6 फरवरी को हुए हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट मामले की जांच की जा रही है। जिसकी रिपोर्ट तैयार कर 11 मार्च को श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल को सौंपी गई थी। ये रिपोर्ट श्रम मंत्री ने वापस कर दी।
श्रम मंत्री के रिपोर्ट वापस करने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया। इसके चलते एक अधिकारी को निलंबित कर दिया है। वहीं इसी मामले में सस्पेंड निरीक्षक नवीन कुमार बरवा के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
चार्जशीट विभाग को सौंपी
हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट (Harda Factory Blast Action) के बाद निरीक्षक नवीन कुमार बरवा को सस्पेंड कर दिया गया था। निरीक्षक के खिलाफ जांच कमेटी बनाई गई थी।
जांच कमेटी ने चार्जशीट तैयार का विभाग को सौंप दी है। अब सस्पेंड निरीक्षक के खिलाफ जांच शुरू हो गई है।
सही तरीके से नहीं निभाई जिम्मेदारी
जानकारी के अनुसार हरदा फैक्ट्री ब्लास्ट (Harda Factory Blast Action) की जांच के बाद इसकी रिपोर्ट श्रम मंत्री को सौंपी गई थी, जिसे श्रम मंत्री ने वापस कर दिया।
वहीं फैक्ट्री ब्लास्ट मामले में श्रम विभाग ने औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा प्रभारी संचालक और उप संचालक भोपाल एपी सिंह को निलंबित कर दिया है।
बताया जा रहा है कि मंत्री के जांच रिपोर्ट वापस करने के बाद विभाग ने ये एक्शन लिया है। पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट (Harda Factory Blast Action) मामले में उप संचालक भोपाल एपी सिंह को दी गई।
बताया जा रहा है कि जिम्मेदारी को पूरा करने में लापरवाही बरतने और सही तरीके से नहीं निभाने पर निलंबित किया गया है।
मंत्री ने फिर मांगी रिपोर्ट
हरदा पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट (Harda Factory Blast Action) को एक महीना बीत गया है, लेकिन श्रम विभाग हादसे की जांच इस तरह से कर रहा है कि अभी तक यह पूरी ही नहीं हो पाई है।
जिला प्रशासन ने भी श्रम विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों की संख्या 32 बताई है। इसके बाद मंत्री ने जांच रिपोर्ट में खामी होने पर इसे लौटा दिया और नाराजगी जताई।
श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल का कहना था कि रिपोर्ट में मजदूरों से ज्यादा आसपास के लोगों का जिक्र है, जबकि सिर्फ 32 मजदूरों के पटाखा फैक्ट्री (Harda Factory Blast Action) में काम करने की बात सामने आई है।
मंत्री ने रिपोर्ट की कमियों को पूरा करने के बाद शीघ्र ही पेश करने के आदेश दिए हैं।