नई दिल्ली। हमारी दुनिया में Numerology Number 09 अंकों का भी अपना अलग ही महत्व है। एक से नौ तक के अंकों के बीच ही सबकी दुनिया घूमती है। क्या आप जानते हैं कि हमारे जन्मांक हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव डालते हैं। सभी अंकों में 9 अंक को बादशाह यानि अंकों का राजा माना जाता है। आइए जानते हैं कि इस अंक वालों की क्या खासियत होती है। अगर आप भी इस अंक तारीख में जन्में हैं तो आपको किस रंग की गाड़ी चलानी है।
मंगल प्रधान होता है अंक —
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार दुनिया में अंक 09 का संबंध मंगल ग्रह से होता है। इस राशि के जातक उत्साह और ऊर्जा से भरे रहते हैं। सबसे बड़ी बात यह हर परिस्थिति में अपने आप को तैयार रखते हैं। उन परिस्थितियों का पूरी क्षमता से अपने आप मजबूत रखते हैं। आइए जानते है। इस अंक वालों की और खासियत।
ऐेसे पता करें अपना जन्मांक —
अंकशास्त्र के अनुसार जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने की 09, 18 अथवा 27 तारीख को हुआ है। तो उनका मूलांक 09 होता है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो अंकों की दुनिया में 09 अंक का संबंध मंगल से होता है। जिसके चलते ये जातक उत्साह और ऊर्जा से भरे रहते हैं। चाहे कितनी भी कठिन परिस्थिति हो ये, सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। सबसे बड़ी खासियत तो यह है कि मुसीबत पड़ने पर इनकी ताकत दोगुनी हो जाती है। नियम के पक्के होेनेे के कारण ये किसी भी काम को अधूरा नहीं छोड़ते।
शुभ रंग —
अंक ज्योतिष के अनुसार मूलांक 09 के लिए शुभ रंग की बात करें तो इनके लिए लाल, गुलाबी, मेजेन्टा, हल्का मेहरून, केसरिया, हल्का पीला रंग शुभ माना जाता है। जानकारों की मानें तो उक्त रंगों का उपयोग करना चाहिए।
शुभ रत्न —
मूलांक 09 के लिए मूंगा अत्यंत शुभ रत्न साबित होता है। ऐसे में मूलांक 09 के जातकों को किसी ज्योतिष से परामर्श करके दोष रहित शुद्ध मूंगा सोने की अंगूठी में मंगलवार के दिन धारण करना चाहिए।
गाड़ी का लकी नंबर —
जिन लोगों का मूलांक 09 होता है, उनके लिए किसी भी वाहन का 3, 6 और 9 अंक काफी शुभ साबित होता है। यदि आपकी गाड़ी में 5 और 7 नंबर है तो ऐसी गाड़ियों को चलाने से आपको बचना होगा। या यूं कहें तो आपको अपनी गाड़ी का नंबर लेते समय इन अंकों को ध्यान में रखना होगा। वाहन के रंग की बात करें तो आपको लाल रंग की गाड़ी का उपयोग करना चाहिए। ये आपके लिए शुभ साबित हो सकती है।
मूलांक 09 की कमजोरियां –
इस मूलांक का स्वामी मंगल होने के कारण इस राशि के जातकों को गुस्सा बहुत जल्दी आता है। यही वजह है कि ये उनके साहस को दुस्साहस में बदल देता है। वहीं इन लोगों की सबसे बड़भ् खासियत यह है कि किसी से भी किसी भी तरह की आलोचना को सहन नहीं करते। खासतौर पर पीठ पीछे की गई आलोचना को ये कतई बर्दाश्त नहीं करते। ये दूसरों पर जल्दी भरोसा भी नहीं करते। न ही इन्हें किसी के अंडर में काम करना पसंद है।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।