नई दिल्ली। Nuclear War in 2022: यूक्रेन और रूस के बीच भीषण जंग चल रही है, अभी तक यह युद्ध मिसाइल और बम से लड़ा जा रहा था लेकिन अब इस युद्ध में परमाणु हमले की भी आशंका भी पैदा होने लगी है। अगर रूस यूक्रेन पर परमाणु हमला करता है तो पूरे विश्व में तबाही मच सकती है। दरअसल, पश्चिमी देशों को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हमले का डर दिखाया है। व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हथियारों को संभालने वाली फोर्स को हाई अलर्ट पर रहने का आर्डर दिया है। वहीं परमाणु हमले करने की इस पूरी योजना में बेलारूस रूस की सहायता कर रहा है। परमाणु हमलों की आशंका को दुनिया से खत्म करने के लिए परमाणु निरपेक्षता संधि बनाई गई थी, लेकिन अब बेलारूस ने परमाणु निरपेक्षता संधि को तोड़ दिया है। और रूस को परमाणु मिसाइलों को बेलारूस में तैनात करने की जगह दे दी है। बेलारूस ने यह भी कहा है कि अगर जरूरत पड़े तो रूस वहीं से यूक्रेन पर हमला भी कर सकता है। इसके बाद दुनिया में परमाणु युद्ध (Nuclear War) की आशंका बढ़ गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अपने देश के लिए अगले 24 घंटे अहम बताए हैं। बता दें, आखिरी बार 1945 में जापान के हिरोशिमा व नागासाकी में परमाणु बम गिराए गए थे जिसकी वजह से विश्व ने भारी तबाही देखी थी।
Nuclear War: अमेरिका भी अलर्ट मोड पर
पुतिन के परमाणु हथियारों को लेकर दिए गए आदेश के बाद अमेरिका भी अलर्ट मोड पर आ गया है। जिसके बाद अमेरिका ने अपनी स्ट्रैटजिक मिसाइलों को अलर्ट पर रख दिया है। यह मिसाइलें सुपरसॉनिक मिसाइलें हैं जिनसे दूसरे तरह के हमलो के साथ— साथ परमाणु हमले भी किए जा सकते हैं। वहीं अमेरिका ने इस रूसी कदम को खतरनाक बताया है और चीन से भी इसकी निंदा करने को कहा है। वहीं नाटो देशों ने भी रूस के इस कदम की कड़ी निंदा की है। इस बीच यूरोपीय यूनियन (ईयू) के 27 देशों और कई अन्य ने रूसी विमानों के लिए अपना एयर स्पेस बंद करने का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद पुतिन के सबसे खास बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने रूस पर लगाए गए इन प्रतिबंधों असर घातक बताया है और इससे तीसरा विश्व युद्ध छिड़ने का खतरा जताया है।
रूस से वार्ता करने के लिए माना यूक्रेन
रविवार को बेलारूस में रूस के बिना शर्त वार्ता के प्रस्ताव को यूक्रेन ने नकार दिया था। लेकिन इसके कुछ ही घंटे बाद यूक्रेन बात करने के लिए मान गया है। इसके साथ ही यूक्रेन ने अपना एक प्रतिनिधिमंडल बेलारूस भी भेज दिया है। यह वार्ता यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर प्रिपयात नदी के किनारे होगी। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंकों ने बात कर यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को पूर्ण सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है। इससे पहले रूस ने वार्ता के दौरान हमले न रोकने का एलान किया था
पश्चिमी देशों पर भड़का रूस
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि वे अपने देश में फिर से शांति स्थापित करना चाहते है और इसके लिए वह हर संभव कोशिश करेंगे। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन को वार्ता न करने पर भारी खूनखराबे की चेतावनी दी थी। इसके साथ ही व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि पश्चिमी देश प्रतिबंध लगाकर आर्थिक क्षेत्र में रूस के साथ शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रहे हैं। पुतिन ने अपने संबोधन में नाटो के आक्रामक बयानों का भी जिक्र किया।