बैरसिया ब्लैकमेल केस: भोपाल के बैरसिया में नाबालिग छात्रा को अश्लील मैसेज भेजने वाले 2 युवकों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की कार्रवाई हुई है। इस मामले के विरोध में हजारों लोग सड़क पर उतरे थे।
क्या था पूरा मामला ?
भोपाल के बैरसिया थाना क्षेत्र में नाबालिग छात्रा को अश्लील मैसेज भेजने को लेकर लोगों ने जमकर आक्रोश जताया था। 12 सितंबर को हिंदू संगठन और लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया था। हिंदू संगठन ने आरोप लगाया था कि ये मामला लव जिहाद का है। आरोपी एक नाबालिग छात्रा को अश्लील मैसेज भेजकर उसकी सहेलियों को भी मैसेज करता था।
सड़क पर उतरे थे हजारों लोग
इस मामले को लेकर करीब 15 हजार लोग विरोध प्रदर्शन के लिए सड़क पर उतरे थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कलेक्टर, कमिश्नर और स्थानीय विधायक को मौके पर जाना पड़ा था। कलेक्टर ने लोगों को कार के बोनट पर चढ़कर समझाया था और 2 दिन में मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
मामले में पुलिस की भी लापरवाही आई थी सामने
मां भवानी हिंदू संगठन के दीपक चौधरी ने बताया था कि मामले में 4 युवक शामिल हैं, लेकिन पुलिस ने एक को ही गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस ने पीड़िता के परिजन को थाने में बुलाकर पूछताछ करने से पीड़िता की पहचान भी उजागर हुई।
आरोपी को पकड़ने के बाद छोड़ा
बैरसिया मामले में पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही का आरोप है। पुलिस ने आरोपी को थाने में बुलाया और उसके मोबाइल से डाटा डीलीट कराने के बाद उसको छोड़ दिया। इसी को लेकर समाज के लोगों का गुस्सा भड़क गया।
भीड़ को कलेक्टर ने बोनट पर चढ़कर समझाया
भोपाल कलेक्टर ने कार के बोनट पर खड़े होकर प्रदर्शनकारियों को समझाया था। उन्होंने कहा था कि उनकी सभी शर्तें पढ़ने के बाद कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों पर रासुका के तहत कार्रवाई करेंगे। शहर में उनका जुलूस निकालेंगे। 2 दिन में कार्रवाई करेंगे। इनके पूरे गिरोह का खुलासा करेंगे। मजिस्ट्रियल जांच के लिए कमेटी बनाएंगे। स्कूलों के पास से मांस की दुकानें और सिगरेट की गुमठियां हटाएंगे।
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छात्रा को ब्लैकमेल करता था आरोपी
बैरसिया SDOP आनंद कलादांगी ने बताया था कि 17 साल की पीड़िता को अरमान मंसूरी फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अश्लील मैसेज भेजता था। लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पीड़िता को फॉलो करता था और भद्दे कमेंट्स करता था। आरोपी नाबालिग पर बातचीत का दबाव बनाता था। लड़की के इनकार करने पर आरोपी उसके मॉर्फ फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देता था। लड़की ने तंग आकर माता-पिता को सारी बातें बताई थीं।
मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
बैरसिया ब्लैकमेल केस में कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। इसका आदेश भी जारी कर दिया गया है। बैरसिया SDM की अध्यक्षता में टीम बनाई गई है। SDOP मंजु चौहान को सदस्य बनाया गया है। घटना की जांच करके 7 दिन में रिपोर्ट सौंपनी होगी।
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