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भोपाल। राजधानी से निकलने वाले हर रोज के 400 टन कचरे को अब कोयले जैसे ईंधन में बदलने की तैयारी की जा रही है। इससे न केवल नगर निगम की एक बड़ी राशि की बचत होगी, बल्कि राजाधानी के कचरे से भी मुक्ति मिलेगी। राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) ने बताया कि भोपाल से निकलने वाले कचरे को ईंधन में बदलने के लिए प्लांट लगाया जा रहा है। यह प्लांट बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी द्वारा आदमपुर छावनी में लगाया जाएगा।
करीब डेढ़ साल की योजना के बाद इस प्लांट को बनाने का काम भी शुरू किया जा चुका है। इसके लिए 15 एकड़ जमीन के समतलीकरण का काम शुरू कर दिया गया है। बता दें कि राजधानी से हर दिन 400 टन कचरा निकलता है। इस कचरे को एक-एक कर बंडल में बनाया जाएगा। इसके बाद इसे कोयले की तरह इस्तेमाल किया जाएगा।
हर साल होगी पांच करोड़ रुपए की बचत…
इसमें खास बत यह रहेगी कि इसकी प्रोसेसिंग में नगर निगम का एक पैसा भी खर्च नहीं होगा। बल्कि एक साल में कचरे की प्रोसेसिंग पर होने वाली राशि पांच करोड़ रुपए की बचत भी होगी। माना जा रहा है कि प्लांट इसी साल बनकर तैयार हो जाएगा और काम शुरू कर देगा। बता दें कि राजधानी के भानपुर क्षेत्र में लगे कचरे के पहाड़ पर नगर निगम के अधिकारियों की नजरें बनी हुईं हैं। अब अधिकारी आदमपुर छावनी पर ध्यान लगा रहे हैं। वर्तमान में नगर निगम द्वारा रोजाना 20 टन कचरा ही साफ किया जा रहा है। यह रोजाना निकलने वाले कचरे की तुलना में काफी कम है।