नई दिल्ली। (भाषा) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बायलरी साइंसेज’ (आईएलबीएस) में वायरस की जीनोम श्रृंखला का पता लगाने वाली दूसरी (Genome Sequencing) ‘जीनोम-अनुक्रमण प्रयोगशाला’ का बृहस्पतिवार को उद्घाटन किया और कहा कि इससे कोरोना वायरस के नए स्वरूप और उसके प्रभाव का पता लगाने में मदद मिलेगी।
Delhi CM Arvind Kejriwal inaugurates new genome sequencing lab at ILBS for detection of COVID variants
"Results will come in 3-4 days. We can quickly detect a new variant. This lab is probably the only lab of its kind in northern India," says Kejriwal. pic.twitter.com/yaH2S49SDn
— ANI (@ANI) July 8, 2021
मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया,‘‘ भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आईएलबीएस में आज जीनोम श्रृंखला का पता लगाने वाली दूसरी ‘जीनोम-अनुक्रमण प्रयोगशाला’ का उद्घाटन किया गया। ये प्रयोगशालाएं हमें वायरस के नए स्वरूप की पहचान करने और उनके प्रभाव का पता लगाने में मदद करेंगी। दिल्ली की जनता को कोरोना वायरस के वक्त इस प्रौद्योगिकी से (Genome Sequencing) काफी लाभ मिलेगा।’’ इससे पहले केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी के एलएनजेपी अस्पताल में बुधवार को पहली जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशाला का उद्घाटन किया था। एक बयान में कहा गया कि एलएनजेपी अस्पाल में इस प्रयोगशाला से एक दिन में पांच से सात नमूनों की जीनोम श्रृंखला का पता लगाने में मदद मिल सकेगी।
भविष्य की तैयारियों के मद्देनज़र आज ILBS में दिल्ली सरकार की दूसरी Genome Sequencing facility की शुरुआत की। इन लैब्स की मदद से कोरोना के किसी भी नए वेरिएंट की पहचान और उसकी गंभीरता का पता लगाया जा सकेगा।
कोरोना काल में विज्ञान की इस तकनीक से दिल्लीवासियों को काफ़ी फ़ायदा मिलेगा। pic.twitter.com/d6EFs9P1bo
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 8, 2021