UPI Circle: अगर आपके पास बैंक अकाउंट नहीं है, लेकिन UPI (यूनिफाइड इंटरफेस पेमेंट) को इस्तेमाल करते हैं तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। बैंक अकाउंट नहीं होने पर भी UPI से जरिए पेमेंट कर सकते हैं। यहां बता दें, आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) ने अब UPI यूजर्स के लिए UPI Circle फीचर में कई सुविधाएं मुहैया कराई हैं। इसे NPCI (नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) की ओर से लॉन्च किया गया है। इस फीचार का ऐलान आरबीआई ने हाल के दिनों में किया है। इस नए फीचर के आने से उन लोगो को काफी राहत मिलेगी जो शेयरिंग इज केयरिंग पर भरोसा करते हैं। इसमें एक ही यूपीआई से 5 लोगों को पेमेंट कर सकते हैं।
UPI को ऐसे समझें
मान लीजिए आप एक पेरेंट हैं और अपने बच्चे के कॉलेज का फीस और जरूरत का खर्च देते हैं। या एक वरिष्ठ नागरिक हैं, जो डिजिटल पेमेंट करने में सहज नहीं है। या व्यस्त रहने वाले व्यक्ति हैं, जो घरेलू खर्च की जिम्मेदारी दूसरों को सौंपना चाहता है। या एक बिजनेस ओनर हैं, जो अपने कर्मचारियों को छोटी-मोटी नकदी नहीं देना चाहता है।
आपके जैसे सभी लोग UPI सर्किल के जरिए अपने ऊपर डिपेंड लोगों को अपने बैंक अकाउंट का एक लिमिट तक एक्सेस दे सकता है। आप जिसे UPI सर्किल में जोड़ेंगे वह व्यक्ति सेकेंडरी यूजर होगा और आप प्राइमरी यूजर होंगे।
क्या है UPI सर्किल ?
UPI सर्किल एक डिजिटल सॉल्यूशन है, जिसमें पेमेंट करने वाला यूजर UPI अकाउंट से किसी व्यक्ति को जरूरी लिमिट के साथ ट्रांजैक्शन का परमिशन दे सकता है। यह सेकेंडरी यूजर्स के मिनिमम इंटरवेंशन और कम जोखिम के साथ अपने अकाउंट से लेन-देन की अनुमति देता है।
दो तरह के डेलीगेशन
इसके अलावा इस फीचर में दो तरह के डेलीगेशन हैं। फुल और दूसरा पार्शियल डेलीगेशन। Full Delegation का मतलब यह है कि सेकेंडरी यूजर को एक लिमिट तक हर पेमेंट के लिए प्राइमरी अकाउंट होल्डर की परमिशन की जरूरत नहीं होगी। वहीं, Partial Delegation में सेकेंड्री यूजर पेमेंट रिक्वेस्ट भेज पाएगा। ये पेमेंट तब तक पूरी नहीं होगी जब तक प्राइमरी अकाउंट होल्डर पेमेंट को अप्रूव नहीं कर देता है। वहीं ट्रांजैक्शन के लिए UPI PIN की जरूरत पड़ती है।