Nov Panchak 2024: देवउठनी एकादशी के बाद से शुभ कार्यों पर लगी रोक हटने वाली है, लेकिन इसके पहले ही शुभ कार्यों के लिए अशुभ माने जाने वाले पंचक शुरू हो जाएंगे। ऐसे में चलिए जानते हैं नवंबर में पंचक कब से हैं, पंचक की समाप्ति कब होगी, पंचकों में लकड़ी का सामान क्यों नहीं खरीदना चाहिए, चलिए इन सभी सवालों के जबाव जानते हैं पंडित रामगोविंद शास्त्री से।
नवंबर में आंवला नवमीं के पहले होगी पंचकों की शुरुआत
हिन्दू पंचांग के अनुसार नवंबर में पंचकों की शुरुआत 9 नवंबर 2024 शनिवार से होने वाली है। जबकि इसकी समाप्ति तुलसी विवाह के दूसरे दिन से हो जाएगी।
ऐसे होती है पंचक की गिनती
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार पंचक पांच दिन के होते हैं, लेकिन ज्योतिषीय गणना के अनुसार नक्षत्र (Nakshatra) साढ़े चार दिन के नक्षत्र होते हैं। जिनमें से घनिष्ठा नक्षत्र (Ghanishtha Nakshatra) का आधा नक्षत्र गिना जाता है। इसके बाद चार नक्षत्र गिनकर पंचक बनते हैं।
पंचक किसे कहते हैं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नक्षत्र कई तरह के होते हैं। जिनमें से कुछ शुभ और कुछ अशुभ होते हैं। जो अशुभ नक्षत्र होते हैं उनमें शुभ काम करना वर्जित होता है। ज्योतिषीय गणना में जब धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद एवं रेवती समेत पांच नक्षत्र (Panchak Nakshatra) एक साथ आते हैं तो इसकी युति यानी इन सभी का एकसाथ होता अशुभ माना जाता है। नक्षत्रों की इस स्थिति को ही पंचक कहते हैं।
क्या होता है पंचक
ज्योतिष के अनुसार कुंभ (Kumbh Rashi) और मीन राशि (Meen Rashi) में चंद्रमा के गोचर को पंचक कहते हैं।
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पंचक कितने तरह के होते हैं (Type of Panchak)
पंचकों मुख्य रूप से पांच तरह के होते है। इसमें रोग पंचक, राज पंचक, अग्नि पंचक, चोर पंचक, मृत्यु पंचक शामिल हैं।
क्या होते हैं रोग पंचक
यदि पंचक रविवार को पड़े तो उसे रोग पंचक कहा जाता है।
क्या होते हैं राज पंचक
जब पंचक सोमवार को पड़े तो इसे राज पंचक (Raj Panchak 2024) कहते हैं।
क्या होते हैं अग्नि पंचक
जब पंचक मंगलवार को पड़े तो इसे अग्नि पंचक (Agni Panchak 2024) कहते हैं।
क्या होते हैं चोर पंचक
जब पंचक शुक्रवार को पड़े तो इसे चोर पंचक (Chor Panchak 2024) कहते हैं।
क्या होते हैं मृत्यु पंचक
जब पंचक शनिवार के दिन पड़े तो इसे मृत्यु पंचक (Mrityu Panchak 2024) कहते हैं। बुधवार और गुरुवार को पड़ने वाले पंचकों को सोमवार और मंगलवार के पंचक के समान माना जाता है।
नवंबर में पंचक कब से कब तक हैं
हिन्दू पंचांग के अनुसार नवंबर में पंचक 9 नवंबर को शाम 7:53 से शुरू होंगे। जो तुलसी विवाह के दूसरे दिन यानी 13 नवंबर बुधवार को रात में 1:23 तक चलेंगे।
पंचक में क्या नहीं करना चाहिए
ऐसा माना जाता है पंचकों में कोई भी शुभ काम नहीं करना (Panchak me Kya nahi Karna Chahiye) चाहिए। पंचक में लकड़ी या लकड़ी का सामान घर नहीं लाना चाहिए। इस दौरान चारपाई बुनवाना भी वर्जित माना गया है। इस दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करना वर्जित है। साथ ही घर को भी इस दौरान रंगरोगन और पेंट नहीं कराना चाहिए।
पंचकों में लकड़ी का सामान क्यों नहीं खरीदना चाहिए
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार पंचकों में लकड़ी का सामान नहीं खरीदना चाहिए। ऐसा आपके परिवार के लिए अशुभ असर डाल सकता है।