बिलासपुर। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत जिसके तहत लाभार्थियों का 5 लाख तक इलाज मुफ्त में किया जाता है।
इस योजना के कार्ड बनाने में प्राइवेट हॉस्पिटल आनाकानी कर रहे हैं। यहां पर इलाज कराने आए मरीजों को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए जिला अस्पताल या सिम्स भेज दिया जाता है।
इसकी शिकायतें भी लोगों को द्वारा की जा रही थी। अब इस संबंध में जिला सीएमएचओ ने 25 निजी असप्तालों को नोटिस जारी किया है।
साढ़े चार लाख हितग्राही के नहीं बनें कार्ड
बता दें कि जिले में आयुष्मान भारत योजना के करीब साढ़े चार लाख हितग्राही अब ऐसे हैं जिनका पंजीयन कार्ड अब तक नहीं बना है।
जब कभी भी इन लोगों की तबीयत बिगड़ती है तो इन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया जाता हैं। जहां पर इनसे आयुष्मान कार्ड की मांग की जाती है।
क्योंकि जिले में कुछ निजी अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के तहत रजिस्टर्ड हैं जिनमें पजींकृत लाभार्थियों नि:शुल्क इलाज की सुविधा दी जाती है।
मरीजों को भेज रहे जिला अस्पताल
लेकिन कई निजी अस्पताल प्रबंधन के कर्मचारी मरीजों के आयुष्मान कार्ड नहीं बना रहे हैं।
इलाज के लिए आए मरीजों को जिला अस्पताल भेजा जा रहा है। जिससे में मरीजों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।
25 अस्पताल को नोटिस देकर मांगा जवाब
लगातार मिल रहे शिकायत के बाद ऐसा करने वाले 25 अस्पताल को नोटिस देकर आयुष्मान कार्ड बनाने की हिदायत दी गई है और साफ किया गया है कि मरीज का समय पर कार्ड न बनाने की दशा में आयुष्मान से उपचार करने का अधिकार छीन लिया जाएगा।
सीएमएचओ डॉ. राजेश शुक्ला ने भी इन अस्पतालों को साफ किया है कि वे आयुष्मान से इलाज में मरीजों का सहयोग करें, अन्यथा कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़ेगा।