नई दिल्ली। आप में से सभी ने कभी न कभी रेलव से सफर जरूर किया होगा। जब भी हमें ट्रेन से यात्रा करनी होती है तो हम सबसे पहले रेलवे स्टेशन जाते हैं। वहां आप जब भी जाते होंगे तो आपने देखा होगा कि ट्रेन किसी रेलवे स्टेशन पर खड़ी रहती है या किसी हॉल्ट या पासिंग के लिए खड़ी रहती है तो भी ट्रेन का इंजन चलता ही रहता है। क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है और किस वजह से ट्रेन का इंजन हमेशा चालू ही रहता है? अगर नहीं जानते तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों होता है।
क्या यह सभी इंजनों के साथ होता है?
बतादें कि ऐसा सभी इंजन के साथ नहीं होता है। लेकिन डीजन इंजन को बंद नहीं किया जाता है। क्योंकि उसे इस तरह बनाया गया है कि उसे थोड़े समय के लिए बंद नहीं किया जा सकता है, जैसे हम कार या बाइक में थोड़ी देर गाड़ी खड़ी होने पर इंजन ऑफ कर देते हैं। तो आइए जानते हैं उन कारणों को जिसकी वजह से डीजल इंजन को थोड़ी देर के लिए नहीं बंद किया जाता है।
ब्रेक प्रेशर सिस्टम
पहली वजह य है कि ट्रेन के इंजन ‘ब्रेक प्रेशर सिस्टम’ पर काम करते हैं। ऐसे में ब्रेक में हमेशा प्रेशर बनाए रखना जरूरी है और ऐसा ना होने पर ट्रेन के ब्रेक लगने में मुश्किल होगी। इस वजह से ब्रेक सिस्टम को सही बनाए रखने और प्रेशर बनाए रखने के लिए इंजन को ऑन ही रखा जाता है। अगर एक बार इंजन ऑफ कर दिया जाए तो इस ब्रेक सिस्टम को फिर से ठीक करने में काफी मुश्किल होती है।
लोकोमेटिव सिस्टम फेल होने का रहता है खतरा
अगर ट्रेन के इंजन को ऑफ कर दिया जाए और उसे फिर से स्टार्ट किया जाए तो काफी दिक्कत होती है। इंजन को पूरी तरह से स्टार्ट होने और ट्रेन चलने के लायक बनने में करीब 20 मिनट का समय लग जाता है, इसलिए इंजन को ऑन रखना ही उचित समझा जाता है। साथ ही हर एक डीजल इंजन में एक बैटरी लगी होती है और ये बैटरी तभी चार्ज होती है जब इंजन चालू रहता है। अगर इसे बंद कर दिया जाए तो लोकोमेटिव सिस्टम फेल हो सकता है।