धार। जिले के कुक्षी तहसील के लोहारी में निजी जमीन पर बने मंदिर में हरिजनों का प्रवेश वर्जित करने का मामला सामने आया है। फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है।
जयस के आदिवासी युवा शक्ति संगठन के महेंद्र कन्नौज सहित बड़ी संख्या में लोग देर रात लोहारी पहुंचे, और कुक्षी- मनावर रोड पर धरना देकर चक्काजाम कर दिया, और बोर्ड लगाने वाले प्रहलाद शर्मा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की चक्काजाम की सूचना पाकर क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंची, और समझाइश देकर मामले को शांत कराया।
दरअसल प्रहलाद विश्वकर्मा ने कुछ महीने पहले अपनी निजी जमीन पर बने मंदिर के बाहर एक बोर्ड लगाया था। जिसमें यह लिखा था कि यह मंदिर सार्वजनिक नहीं है, यह निजी है। इस मंदिर में हरिजनों का प्रवेश वर्जित है। हालांकि क्षेत्रीय प्रशासन को जैसे ही मामले की जानकारी मिली थी, वैसे ही प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर बोर्ड को हटवा दिया था, और मंदिर के कर्ता-धर्ता पर कानूनी कार्रवाई की बात भी कही थी।
आदिवासी संगठन ने कहा
इस मामले में आदिवासी संगठन के कार्यकर्ता महेंद्र कन्नौज ने कहा कि समाज के लोग इस मंदिर में जाना भी नहीं चाहते लेकिन इस बोर्ड लगाकर हमारी भावनाओं को आहत किया गया है। उन्होंने कहा आदिवासी देश के मूल निवासी हैं। समाज के लोगों को परेशान करने के लिए इस प्रकार की हरकत की जा रही है।
जमीन को लेकर भी विवाद
बोर्ड में जमीन को निजी बताया जा रहा है। वहीं इस संबंध में गांव के लोगों का कहना है कि बोर्ड लगाने वाले प्रहलाद विश्वकर्मा ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया है। इसी जमीन पर मंदिर भी है ग्रामीणों ने जमीन की जांच करने की मांग की है। साथ ही कहा कि इस मामले में समाज के लोग जल्द ही बड़ा प्रर्दशन करेंगे।
एएसपी बोले मंदिर सभी के लिए
वहीं मामले में एएसपी देवेंद्र पाटीदार का कहना है कि शरुआती पूचताछ में बोर्ड लगाने वाले ने अनजाने में ये काम किया गया है। ऐसा उसने कहा पुलिस में इस संबंध में मुकदमा दर्ज करते हुए बोर्ड लगाने वाले को हिरासत में ले लिया है। उन्होंने कहा मंदिर सभी के लिए है।
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