/bansal-news/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/07/Ujjain-Myth.jpg)
उज्जैन। Ujjain Myth: मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया सीएम बनाया गया है, वे महाकाल की नगरी उज्जैन की दक्षिण विधानसभा से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। इसीके साथ उज्जैन उनका गृहनगर भी है।
लेकिन अब महाकाल की नगरी उज्जैन को लेकर एक मिथक चर्चा में है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लेकर कई दिग्गज नेता यहां दौरा करने तो आए,पर रात रुकने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सका।
[caption id="attachment_283048" align="alignnone" width="859"]
सीएम के नाम का ऐलान होने के बाद मोहन यादव को बधाई देते हुए दिग्गज[/caption]
क्या है उज्जैन का मिथक?
उज्जैन में सत्ता धारी दिग्गज नेताओं के रात नहीं ठहरने के पीछे सबसे बड़ी वजह यहां का मिथक है, कहा जाता है कि यहां जो भी सीएम रात रुकता है वह सत्ता से बाहर हो जाता है।
हालांकि यह नहीं कहा जा सकता है कि यह बात कितनी सच है और कितनी झूठ है। लेकिन लोगों के बीच यह मिथक आज तक बना हुआ है।
माथा तो टेकते हैं, लेकिन रुकता कोई नहीं
मान्यता है कि बाबा महाकाल आज भी उज्जैन के राजा हैं, जिसके चलते कोई अन्य राजा व्यक्ति का यहां ठहरना उचित नहीं माना जाता है। यही वजह है कि ऐसा करने वाले को इसकी सजा भुगतनी पड़ती है।
[caption id="attachment_283042" align="alignnone" width="859"]
उज्जैन के बाबा महाकाल[/caption]
अब ऐसी मान्यताओं को नेता कैसे नकार सकते हैं, इसलिए बड़े-बड़े नेता बाबा महाकाल के आगे माथा तो टेक लेते हैं, लेकिर अधिक तर नेता यहां रात्रि विश्राम करने की हिम्मत नहीं चुटा बाते हैं।
अब चाहे राजनीति में उनकी पकड़ कितनी ही मजबूत क्यों ना हो। इस मिथक को लेकर कुछ प्रमाण भी मिल कुचे हैं, जिसके चले मंत्री, मुख्यमंत्री यहां ठहरने से घबराते हैं।
पीएम और सीएम भुगत चुके खामियाजा
उज्जैन के इस मिथक को लेकर कहा जाहा है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा यहां एक रात ठहर गए थे, जिसके ठीक 20 दिन बाद उन्हे सीएम पद से इस्तीफा देने पड़ा था।
[caption id="attachment_283043" align="alignnone" width="859"]
पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा[/caption]
इसका दूसरा सबसे बड़ा उदाहरण देश के चौथे पीएम मोरारजी देसाई का है, वे एक बार गलती से यहां रात्रि विश्राम के लिए ठहर गए थे। इसके दूसरे दिन ही उनकी सरकार गिर गई और वे सत्ता से बाहर हो गए।
[caption id="attachment_283044" align="alignnone" width="859"]
पूर्व पीएम मोरारजी देसाई[/caption]
क्या करेंगे अब सीएम मोहन यादव?
इसी मिथक को लेकर अब एमपी के नए सीएम मोहन यादव को लेकर चर्चा है कि वे कहां रहेंगे, भोपाल या फिर अपने गृहनगर उज्जैन। हालांकि इसको लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
ये भी पढ़ें:
MP New CM : जानिए कैसे और क्यों दिग्गज नेताओं को पछाड़कर मप्र के मुख्यमंत्री बने मोहन यादव ?
MP News: मोहन यावद की पत्नी बोलीं- बाबा महाकाल ने दिया मेहनत का फल
Book Ticket on Whatsapp: अब वॉट्सऐप से बुक कर सकेंगे बस टिकट, जानिए कैसे
Current Affairs Quiz in Hindi: 11 दिसंबर 2023 करेंट अफेयर्स क्विज, सभी परीक्षाओं के लिए उपयोगी
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/12/01/2025-12-01t081847077z-new-bansal-logo-2025-12-01-13-48-47.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें