इंदौर। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार रात घोषणा की कि वह मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान मध्यप्रदेश में एक लाख करोड़ रुपये की नयी सड़क परियोजनाओं को मंजूरी देंगे।गडकरी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैंने मध्यप्रदेश में अब तक डेढ़ लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी है। मैं आने वाले दिनों राज्य में एक लाख करोड़ रुपये की नयी सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दूंगा।’ केंद्रीय मंत्री ने आठ लेन वाले दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे के मध्यप्रदेश से होकर गुजरने वाले करीब 245 किलोमीटर लम्बे हिस्से के जारी निर्माण कार्य के रतलाम जिले में निरीक्षण के बाद इसकी प्रगति पर संतोष जताया। उन्होंने कहा, ‘मैंने आज इस एक्सप्रेस-वे पर 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गाड़ी दौड़ाकर देखी और यह गजब का अनुभव रहा।’ उन्होंने मध्यप्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर राज्य सरकार के अलग-अलग प्रस्तावों को मंच से सैद्धांतिक मंजूरी दी और कहा कि उनका मंत्रालय इस राज्य को देश की लॉजिस्टिक्स (माल के परिवहन एवं आपूर्ति का व्यवसाय) राजधानी बनाने में भी पूरी मदद करेगा।
हजारों करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण
गडकरी ने कार्यक्रम के दौरान मध्यप्रदेश में कुल 9,577 करोड़ रुपये की लागत वाली 34 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। अधिकारियों ने बताया कि ये परियोजनाएं राज्य भर में 1,356 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण से संबंधित हैं। इनमें 2,209 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए 168 किलोमीटर लंबे ग्वालियर-झांसी-खजुराहो मार्ग का लोकार्पण शामिल है। सड़क परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गडकरी से मांग की कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय प्रदेश में नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर ‘नर्मदा प्रगति पथ’ बनाए और इसके आस-पास औद्योगिक केंद्र तथा टाउनशिप विकसित की जाएं। राज्य से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय मंत्रियों-नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीरेंद्र कुमार, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रहलाद सिंह पटेल ने कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस से संबोधित किया। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों ने बताया कि इंदौर के इस कार्यक्रम से पहले, गडकरी ने आठ लेन वाले दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे के राज्य से होकर गुजरने वाले करीब 245 किलोमीटर लम्बे हिस्से के जारी निर्माण कार्य का रतलाम जिले में निरीक्षण किया।
8 हजार करोड़ से ज्यादा है अनुमानित लागत
अधिकारियों के मुताबिक इस हिस्से के निर्माण पर करीब 8,437 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। उन्होंने बताया कि दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे के तहत बनाई जा रही आठ लेन की सड़क पश्चिमी मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में 102.4 किलोमीटर, रतलाम जिले में 90.1 किलोमीटर और झाबुआ जिले में 52 किलोमीटर की लम्बाई में गुजरेगी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में इस परियोजना के तहत प्रस्तावित कुल 245 किलोमीटर में से 106 किलोमीटर लम्बी सड़क बनाई जा चुकी है और बाकी काम पूरा करने के लिए नवंबर 2022 की समय-सीमा तय की गई है।